उत्तर प्रदेशराष्ट्रीय

अंग्रेजी को सर्वश्रेष्ठ भाषा मानकर भारतीय अपने गौरवशाली सभ्यता से हो रहै दूर।

ग़ाज़ीपुर ।
स्वतंत्रता सेनानी व वीर शहीदो की याद में मनाये जाने वाला 75वां स्वतंत्रता वर्ष अमृत महोत्सव के रूप में देशभर में मनाया जा रहा है। जिसके तहत जनपद में गांव गंाव व चटटी चौराहो तथा नगर क्षेत्र के नबाबगंज, झुन्नूलाल चौराहा, लालदरवाजा, रौजा, बीकापुर, लंका मैदान सहित दर्जनों स्थान अपने वीर शहीदों को याद करते हुए उन्हे श्रद्धांजलि अर्पित कर भारत माता की आरती किया गया। लालदरवाजा पर बुधवार को सांय अमृत महोत्सव धूमधाम से मनाया गया और नगर के प्रमुख व्यवसायी देवानन्द अग्रहरि की अध्यक्षता में मुख्यवक्ता जयप्रकाश ने देश की स्वतंत्रता की लड़ाई व मध्यकाल इतिहास पर प्रकाश डालते हुए अपने देश के गौरव की याद दिलायी। रानी लक्ष्मीबाई, अहिल्याबाई होल्कर, बिरसामुण्डा, वीर सारवकर, मदनलाल डिंगरा, राजेन्द्र लाहड़ी आदि के गौरवमयी इतिहास से आज के युवा पीढ़ी को सीख लेने व इनके बताये मार्गों को आत्मसात करना ही आज का राष्ट्रधर्म बताया। इस गोैरवमयी इतिहास को अग्रेंजो व मुगलों ने नष्ट करके अपने सभ्यता व संस्कृति थोपने का काम कर हमारी वैभवशाली परम्परा को छिन्न भिन्न किया है। जिसे स्वतंत्रता के बाद भी हम अपनी संस्कृति और सभ्यता को पूर्ण रूप से आत्मसात नही कर सके।

हमारे साथ ही स्वतंत्र हुए अन्य देशों का विकास बहुत तेजी से हुआ और अपने मातृभाषा को अपनाते हुए रसिया, जर्मनी, जापान, युक्रेन आदि देश बहुत तेजी से विकास किये ओैर हम लार्ड मैकाले के बुने जाल में फंसकर अपने मातृभाषा से दूर अंग्रेजी भाषा को श्रेष्ठ मानकर अपने संस्कृति और सभ्यताओं से दूर हो गये। इस अवसर पर नगर प्रचारक आलोक, दिनदयाल, संजय कुमार, नितिन अग्रहरि, गंगू, सुग्रीव, अतुल, सभासद काकू, देवसरन, अर्जुन सेठ, अभिषेक, विजय वर्मा आदि उपस्थित रहे।

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