उत्तर प्रदेश

भूतपूर्व सैनिक ने पुलिस पर लगाया प्रताड़ना का आरोप ।

एकतरफा कार्रवाई से नाराज हैं भूतपूर्व सैनिक और उनका परिवार ।

गाजीपुर। 

जिले में खासकर जमीनी विवाद को लेकर आएदिन मारपीट के साथ ही हत्या जैसी संगीन वारदातें होती रही है। जमीनी विवादों में पुलिस द्वारा दोनों पक्षों की न सुनते हुए सिर्फ पक्ष की सुनने की बात भी आएदिन प्रकाश में आती रही है।

कुछ ऐसा मामला भुड़कुड़ा थाना के बिजहरी गांव का प्रकाश में आया है। गांव निवासी भूतपूर्व सैनिक ने जमीनी विवाद में विपक्षी के दबाव में आकर पुलिस द्वारा उनके परिवार का मानसिक प्रताड़ना आरोप लगाया है।

भुड़कुड़ा थाना के बिजहरी गांव निवासी भूतपूर्व सैनिक अवधेश सिंह ने प्रशासन पर अनदेखी और योजनाबद्ध तरीके से खुद को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है।

उनका आरोप है कि 2 मई को उनकी बेटी की शादी होनी थी, जिसे लेकर वह अपने घर में कुछ निर्माण कार्य करा रहे थे , उनके ही गांव के रहने वाले ओमप्रकाश सिंह ने उनके निर्माण कार्य में अवरोध पैदा किया , इसके साथ ही उनके घर के मुख्य दरवाजे के पास की जमीन को अतिक्रमण करने का प्रयास किया ।

पुलिस की मदद लेकर विपक्षी उनके परिवार को नाहक तंग कर रहे हैं , जिससे उनका परिवार तनाव ग्रस्त है और मानसिक उत्पीड़न झेलने को मजबूर है।

उन्होंने आरोप लगाया कि बीते 22 मई को अचानक भुड़कुड़ा थाने की पुलिस फोर्स उनके परिजन को अपने साथ थाने ले आई।

जिसमें उनके बड़े भाई, उनकी पत्नी और बच्चे भी शामिल थे। इसके बाद उनके घर के सामने जबरन ईंट बिछाकर रास्ता बनाने का प्रयास किया गया। पुलिस ने बेवजह मेरे परिवार का उत्पीड़न किया ।

उन्होंने बताया कि वह इस मामले में पुलिस अधीक्षक से भी मिले , लेकिन उन्हें न्याय नहीं मिला। उनके घर के सामने की जमीन में रास्ता बनाएं जाने के मामले में एसडीएम जखनियां ने निस्तारण करने का आदेश दिया है , जिसकी प्रक्रिया अभी लंबित है। इसके साथ ही मामला दीवानी न्यायालय में विचाराधीन दी है। इस मामले में कमीशन ने जांच कर अपनी रिपोर्ट कोर्ट में प्रस्तुत कर दिया है। न्यायालय से अभी फैसला होना बाकी है ।

लेकिन विपक्षी पुलिस के साथ मिलकर उनके साथ अभद्रता करने के साथ ही उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रही हैं। बताया कि पत्र के माध्यम से मैने मामले से जिलाधिकारी को भी अवगत कराया गया। कहा कि पुलिस के इस व्यवहार से मेरे मन को बहोत ठेंस पहुंचा है। जब पुलिस ही अन्याय का साथ देगी तो फिर किससे न्याय की उम्मीद की जाए।

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