अपराधउत्तर प्रदेश

फिर से 23 जनवरी को मिली बहुचर्चित उसरी चट्टी कांड की तारीख ।

 

गाज़ीपुर ।

गाजीपुर की एमपी-एमएलए कोर्ट में आज बीते 2001 के हाई प्रोफाइल उसरी चट्टी हत्याकांड में मऊ सदर के पूर्व विधायक और माफिया मोख्तार अंसारी और वाराणसी के एक्स एमएलसी बृजेश सिंह तारीख थी और पिछली तीन तारीख से कोर्ट के आदेश के बावजूद बांदा जेल में बंद मोख्तार अंसारी वादी मुकदमा और मुख्य गवाह को पुलिस पेश नही कर पाई ।

हालांकि तारीख पर दोनों माफिया नहीं दिखे, हालांकि दोनों तरफ के वकील न्यायालय में मौजूद रहे और न्यायालय की कार्यवाही में उपस्थिति दर्ज कराएं ।

देर शाम तक चले इस बहुचर्चित हाई प्रोफाइल मुकदमें “उसरी चट्टी कांड” में आज मोख्तार अंसारी गवाही के लिए बांदा जेल से तो नहीं आ पाए लेकिन उनकी तरफ से एक महत्वपूर्ण गवाह और अंसारी का राइट हैंड कहा जाने वाला अफरोज खान उर्फ चुन्नू बतौर गवाह पेश हुआ । जो गवाही के बाद कोर्ट के पिछले दरवाजे से पुलिस अभिरक्षा में निकल गया।

इस प्रकरण में एडीजीसी क्रिमिनल नीरज श्रीवास्तव ने बताया कि आज उसरी कांड में अगली तारीख 23 जनवरी पड़ी है। उन्होंने बताया कि आज मोख्तार अंसारी की बाराबंकी के व अन्य केसों में वर्चुअल पेशी की तारीख होने के कारण गाज़ीपुर की एमपी-एमएलए की अदालत में पेश नही हो सके हैं, और अगली 23 जनवरी की तारीख पर पेशी के लिए कोर्ट ने आदेश दिया है।

उन्होंने यह भी बताया कि आज इस मुकदमें के गवाह अफरोज खान 5 वें गवाह के तौर पर अपनी बात न्यायालय के सामने रखी है और उसने अपनी गवाही में कहा है कि वो बृजेश सिंह, त्रिभुवन सिंह और अनिल सिंह को पहले से पहचानता था और उस घटना में उन्हीं लोगों को उसने पहचाना भी है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि कोई भी गवाह होरस्टाईल नहीं हुआ है , अभी तक पांच गवाह इस केस में गुज़र चुके हैं और सभी अपने 161 के बयान पर कायम हैं।

मोख्तार अंसारी पक्ष के वकील लियाकत अली ने भी बताया कि मुकदमे में पांचवा गवाह अफरोज खान आज पेश हुआ और उसने जज के सामने कहा कि हम लोग मोहम्मदाबाद से 15 जुलाई 2001 को मऊ जा रहे थे, तो रास्ते में पड़ने वाले उसरी चट्टी के पास एक ट्रक खड़ा था , जो हम लोगो के काफिले के सामने आ गया, और अचानक से उसमें से गोलियां चलने लगी ।

जिसमें बृजेश सिंह, त्रिभुवन सिंह और अनिल सिंह सवार थे और उन्होंने ट्रक से गोली चलाई थी और जिन्हें मैं पहले से जानता और पहचानता हूं । वकील ने बताया कि गवाह अफरोज खान ने यह गवाही अपने 161 के बयान में भी दी थी और जज के सामने भी उन्होंने वही बात आज दोहराई है , वकील लियाकत अली ने इस मुकदमे में मुख्तार अंसारी वादी मुकदमा को भी अहम गवाह बताते हुए कहा कि पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था का निर्देश कोर्ट की तरफ से शासन और जेल प्रशासन के बड़े अधिकारियों के साथ पुलिस विभाग के एडीजी को भी दिया है , बावजूद इसके पर्याप्त पुलिस सुरक्षा बल ना मिलने के कारण मुख्तार अंसारी कोर्ट में गवाही देने के लिए पेश नहीं किए जा रहे हैं ।

माननीय न्यायालय ने आज फिर से 23 जनवरी की तारीख लगाई है और पुलिस प्रशासन और जेल प्रशासन को निर्देशित किया है कि उन्हें अगली 23 जनवरी को फिजिकल तौर पर पेश किया जाए। उन्होंने बताया कि इस मुकदमे में कुल 45 गवाह पेश होने है। जिसमें से अफरोज खान पांचवे गवाह के तौर पर पेश हुए उन्होंने उम्मीद जताई है कि जेल प्रशासन और पुलिस प्रशासन अगली 23 जनवरी को मुख्तार अंसारी को कोर्ट में जरूर पेश करेगा ।

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