Mknews.in/ महेंद्र शर्मा
एसडीएम ने कहा, नशा व्यक्ति को पहुंचाता है सामाजिक, मानसिक, आर्थिक व शारीरिक नुकसान
– नशा बेचने व करने वालों के खिलाफ प्रशासन और पुलिस कार्यवाही का करेगी हर संभव प्रयास
– प्रशासन और पुलिस के नशा मुक्त फरीदाबाद अभियान में आमजन ले बढ़ चढ़कर भाग
फरीदाबाद, 26 जून। एसडीएम परमजीत चहल ने कहा कि प्रशासन, पुलिस और पब्लिक एक दूसरे के समाज उत्थान में बेहतर क्रियान्वयन के लिए पूरक हैं। उन्होंने कहा कि नशा व्यक्ति को सामाजिक, मानसिक, आर्थिक व शारीरिक तौर पर खत्म करता है। नशा बेचने व करने वालों के खिलाफ प्रशासन और पुलिस कानूनी कार्रवाई करने का हर संभव प्रयास कर रही है। जनभागीदारी इस प्रयास को सफल बनाने के लिए अनिवार्य है। प्रशासन और पुलिस के नशा मुक्ति फरीदाबाद बनाने के अभियान में आमजन बढ़ चढ़कर भाग लें।
एसडीएम परमजीत चहल अंतर्राष्ट्रीय नशा निषेध दिवस/ ड्रग फ्री डे पर आयोजित कार्यशाला में सैक्टर -8 सर्वोदय अस्पताल के कान्फ्रेंस हाल में उपस्थित लोगों को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि प्रशासन और पुलिस जनभागीदारी के साथ समाज में सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में जिला में नशा करने वालों और नशीले पदार्थों के बेचने वालों की गम्भीरता से निगरानी कर रहे हैं।एसडीएम ने कहा कि नशा समाज में अपराध की जड़ है। अफीम, गांजा, सुल्फा, शराब, भांग, धतूरा व नशीली दवाओं को खत्म करने के लिए प्रशासन व पुलिस द्वारा जनभागीदारी के साथ एक अभियान चलाया जा है। इस अभियान जिला फरीदाबाद के सभी केमिस्ट स्टोर संचालक शामिल होकर फरीदाबाद के पार्कों और सार्वजनिक स्थानों पर नशे के कारोबारियों को खत्म करने में अपना सहयोग दें।
एसडीएम परमजीत चहल ने कहा कि मां-बाप बच्चों की आवश्यकता पूरी कर सकता है। उसके शौक पूरे नहीं कर सकता। आजकल युवा नशे-नशे की ओर बहुत तेज गति से जा रहा है। इसके लिए हर मां-बाप को अपने बच्चों का पूरा ध्यान रखना पड़ेगा। ताकि वह नशे के गर्त में ना जाए। उन्होंने कहा कि नशा व्यक्ति को सामाजिक, मानसिक, आर्थिक व शारीरिक तौर पर खत्म करता है। उन्होंने कहा कि प्रशासन और पुलिस का सहयोग है कि आमजन की भागीदारी के साथ सहयोग करके फरीदाबाद को नशा मुक्त बनाया जाए। उन्होंने कहा कि कॉलेज, विश्वविद्यालयों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों सहित कॉलोनी के जिस घर में भी नशा तश्कर दिख रहा है। उसकी सूचना पुलिस व प्रशासन को 24 घंटे किसी भी समय दे सकते हैं। उसका नाम गुप्त रखा जाएगा। एसडीएम कहा कि नशा करने वालों के खिलाफ प्रशासन व पुलिस हर संभव प्रयास कर रहा है। इस मुहिम को सफल बनाने के लिए आम जन भागीदार बनकर फरीदाबाद को नशा मुक्त बनाएं।
एसीपी मुनेष सहगल ने कहा कि जो नशा बेच रहा है, वह देश का गद्दार है। नशा बेचने पर सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार ऐसे कानून बनाए गए हैं। जिनके मकान और संपत्ति भी कुर्की करने का कानूनी प्रावधान किया है और पुलिस प्रशासन के सहयोग से इस अभियान को क्रियान्वित कर रही है। उन्होंने आमजन से अपील करते हुए कहा कि पुलिस व प्रशासन तंत्र का आम जन सहयोग करें तो निश्चित तौर पर फरीदाबाद को नशा मुक्त बनाया जा सकता है। उन्होंने उपस्थित केमिस्टो को 90508 891 508 टोल फ्री नंबर की जानकारी देते हुए कहा कि इस नंबर पर 24 घंटे किसी भी समय सूचना दे सकते हैं। उसका नाम गुप्त रखा जाएगा और नशा करने वाले नशा बेचने वालों के खिलाफ सख्ती से निपटा जाएगा। इसके अलावा टोल फ्री नंबर 112 और 1930 पर भी किसी समय सूचना देकर फरीदाबाद को नशा मुक्ति अभियान के भागीदार बनें। वहीं एसएचओ, एसीपी, डीसीपी, एसडीएम कार्यालय में सूचना दे सकते हैं जिसका नाम गुप्त रखा जाएगा।
एसीपी मुनेष सहगल ने कहा कि सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार युवाओं को नशे से बचाने के लिए सरकार की धाकड़ योजना के तहत धाकड़ टीमों के जरिये प्रशासन और पुलिस ने सयुक्त रूप से शुरू कर रखी है। आज भी प्रदेश में नशे की सप्लाई बेधड़क जारी है। ऐसे हालात को देखते हुए हरियाणा सरकार ने अब नशे को काबू करने के लिए धाकड़ (Dhakad scheme in Haryana against drug addiction) कार्यक्रम चला रही है। नशे को हम समाज के किसी एक वर्ग से नहीं जोड़ सकते। समाज में सभी वर्गों में हमे नशा करने वाला व्यक्ति मिल जायेगा। स्टेट एक्शन प्लान का मक़सद समाज को नशे पर एकत्रित करना है, इसको हमे आंदोलन की तरह लेना है। सरकार हॉक सॉफ्टवेयर के माध्यम से डाटा एकत्रित कर नशा मुक्ति अभियान में तेजी लाई जा रही है। इसमें आशा वर्कर अपने अपने क्षेत्र में नशा करने वालों का डाटा फॉर्म के माध्यम से क्षेत्र के बीट इंचार्ज को देंगे, तत्प्रश्चात बीट इंचार्ज थाना प्रभारी से हॉक सॉफ्टवेयर पर यह डाटा अपलोड करेंगे। धाकड़ प्रोग्राम के तहत सत्रह सौ लोगों की टीम बनाई गयी यह टीमें जिला फरीदाबाद ग्रामीण क्षेत्रों और शहर में वार्ड स्तर पर तथा स्कूल और कॉलेजों में निगरानी कर रहीं हैं। योजना के बेहतर क्रियान्वयन के लिए ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिधियों, पंचायत विभाग के कनिष्ठ अभियंता, ग्राम सचिव, आशा वर्कर, एनजीओ, नम्बरदारो को कमेटियो में शामिल किया गया है। इसी प्रकार शहर क्षेत्रों में कौसंलर, कनिष्ठ अभियंता और एनजीओ, नम्बरदारो को कमेटियो में शामिल करके धाकड़ कमेटियां बनाई गई है।
इसी प्रकार क्लस्टर और उप मण्डल स्तर पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की कमेटियां नशा करने वालों और नशीले पदार्थों के बेचने वालों की समीक्षा प्रति माह करके जिला मुख्यालय तथा राज्य मुख्यालय रिपोर्ट प्रस्तुत कर रही हैं।
अन्तर्राष्ट्रीय नशा निषेध दिवस पर आयोजित कार्यशाला को केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष महेन्द्र लूथरा,सीनियर जिला ड्रग निरीक्षक करन सिंह गोदारा, ड्रग निरीक्षक संदीप गहलोत, डॉक्टर सौरभ, डॉक्टर विशाल और पूजा ने भी सम्बोधित किया। वहीं सर्वोदय नर्सिंग संस्थान की छात्राओं ने ड्रग फ्री डे पर लघु नाटक की बेहतर प्रस्तुति दी ।