एम के न्यूज / महेन्द्र शर्मा
नई दिल्ली
देश की राजधानी दिल्ली में प्रदूषण की ऐसी चर्चा होती है, मानो ये भारत का सबसे प्रदूषित शहर हो, लेकिन ऐसा नहीं है. हाल ही में जारी हुई एक रिपोर्ट के मुताबिक, मेघालय का बर्नीहाट देश का सबसे प्रदूषित शहर है, जबकि एनसीआर का एक शहर इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर है.
थिंक टैंक सेंटर फॉर रिसर्च ऑन एनर्जी एंड क्लीन एयर (CREA) ने बुधवार को 227 प्रदूषित शहरों की एक लिस्ट जारी की. इस रिपोर्ट के मुताबिक, मेघालय के बर्नीहाट के बाद बिहार का बेगूसराय दूसरे और एनसीआर में शामिल उत्तर प्रदेश का ग्रेटर नोएडा तीसरे नंबर पर है. वहीं सर्दियों के दौरान लगातार प्रदूषित रहने वाला शहर दिल्ली इस लिस्ट में आठवें नंबर पर है.
CREA में साउथ एशिया के विश्लेषक सुनील दहिया ने बताया कि साल 2023 में 75 फीसदी से अधिक दिनों के एयर क्वालिटी डेटा वाले 227 शहरों की स्टडी की गई. इनमें से 85 शहर नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम (NCAP) के तहत शामिल किया गया था. आंकड़ों से पता चला कि 85 में से 78 शहरों का PM10 का स्तर NAAQS (60 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर) से अधिक था.
2019 में NCAP ने बनाया था टारगेट
साल 2019 में शुरू किए गए NCAP का लक्ष्य उन 131 शहरों में 2024 तक PM2.5 और PM10 एकाग्रता में 20-30 प्रतिशत की कमी करना है, जो 2011 से 2015 तक निर्धारित एयर क्वालिटी स्टैंडर्ड को पूरा नहीं करते थे. सरकार ने अब 2026 तक इन शहरों में पार्टिकुलेट मैटर सांद्रता में 40 प्रतिशत की कमी लाने का नया लक्ष्य निर्धारित किया है.
CREA रिपोर्ट से पता चला कि केवल 37 NCAP-कवर शहरों ने कार्यक्रम द्वारा निर्धारित वार्षिक लक्ष्य से नीचे PM10 का स्तर हासिल किया. दिलचस्प बात यह है कि 2023 में, 118 शहर जो अभी तक NCAP का हिस्सा नहीं हैं, उन्होंने PM10 के लिए राष्ट्रीय वायु परिवेश गुणवत्ता मानकों का उल्लंघन किया.
20 सबसे प्रदूषित शहरों में से 7 NCAP में शामिल
दहिया ने जोर देकर कहा कि यह बताता कि NCAP में शामिल नहीं किए गए शहर आवश्यक रूप से स्वच्छ नहीं है. भारत के 20 सबसे प्रदूषित शहरों में से केवल 7 ही वर्तमान में NCAP के अंतर्गत हैं.
NCAP के अंतर्गत आने वाले मेघालय के बर्नीहाट ने साल 2023 में उच्चतम वार्षिक औसत PM10 सांद्रता 301 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज की, जबकि असम के सिलचर ने 29 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर पर सबसे कम PM10 स्तर दर्ज किया.
बेगूसराय दूसरे और ग्रेटर नोएडा तीसरे नंंबर पर
वहीं बिहार के बेगूसराय इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर रहा, जिसका PM10 स्तर 265 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर रहा और उत्तर प्रदेश का ग्रेटर नोएडा तीसरे नंबर रहा, जिसका PM10 228 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर रहा. सबसे प्रदूषित 50 शहरों में बिहार 18, हरियाणा के 8 और राजस्थान के 8 शहर हैं.
रिपोर्ट में बताया गया है कि शीर्ष 10 प्रदूषित शहरों में PM10 की सांद्रता भारतीय NAAQS की तुलना में 3-5 गुना अधिक थी और WHO की सीमा से 13-20 गुना अधिक थी.