
गाजीपुर।। 20-08-22
खबर ग़ाज़ीपुर से है जहां जीआरपी ने कछुवे की तस्करी करने वालो को अपने शिकंजे में धर दबोचा है ।
हम आपको बता दे कि कल मध्यान लगभग कामाख्या एक्सप्रेस ग़ाज़ीपुर सिटी रेलवे स्टेशन पर लगभग 1: 21 पर आयी जहाँ पर ट्रेन मे ग़ाज़ीपुर की स्कोर्ट टीम जो ट्रैन के साथ चलती है, उस ट्रैन में अपनी ड्यूटी पर तैनात हो गए और ट्रेन मे चढ़ते ही संदिग्ध व्यक्ति और वस्तुओ पर अपनी पैनी निगाहो से तलाश करने लगे ।
उस टीम के दो सदस्य विनोद यादव और रणजीत गौड़ अपनी रोज कि तरह अपनी ट्रैन में संदिग्ध व्यक्ति व वस्तुओं की पैनी निगाहों से तलाशी ले रहे थे तभी जब वह लोग ट्रेन की बोगी संख्या डी 2 बोगी से गुजरने लगे तो उन्हें काफी दुर्गंध महसूस हुआ तो उन्होंने देखा कि ट्रेन की बोगी में कई बोरे रखे हुए है और दुर्गन्ध उन्हीं बोरे से आ रही है जब उन्होंने उस बोरे के बारे मे पूछा तो दो महिलाएं सामने आयी परन्तु खोलकर दिखाने की बात पर आपत्ति जताने लगी और बहस करने लगी कुछ यात्री भी उनके तरफ से भीड़ लगा दिए।
हालात और संदिग्ध लगते ही स्कोर्ट टीम के विनोद यादव और रणजीत गौड़ ने इसकी सूचना तत्काल जी आर पी प्रभारी अखिलेश मिश्रा को फोन के माध्यम से दी , सूचना मिलते ही प्रभारी अखिलेश मिश्रा अपनी पूरी टीम के साथ मौके पर पहुँच गये ।
मौके पर पहुंचते ही प्रभारी अखिलेश मिश्रा ने ट्रेन समय सारणी में बिना व्यवधान उत्पन्न किए अपनी टीम की महिला कांस्टेबल अनुराधा सिंह और उनकी सहयोगी हो से विरोध कर रही महिलाओं व उनके साथ में जिन बोरे कछुए भरे हुए थे उनको भी ट्रेन से उतरवा लिया गया ।
जब बोरो को खोल कर उनकी गिनती की गई तो उसमें से कुल 626 कछुए बरामद किया गया ।इस दौरान जीआरपी ने कछुआ तस्करी करने वाली उन दो महिलाओं को भी गिरफ्तार कर लिया।
पकड़ी गई दोनों महिलाएं सुल्तानपुर से कछुए को लेकर असम के जलपाईगुड़ी जा रही थी।जी आर पी ने बरामद कछुओं को वन विभाग को सौंप दिया है , जबकि कछुआ तस्करी करने वाली महिलाओं के खिलाफ वन्य जीव अधिनियम के तहत कार्यवाही की जा रही है।
इस कार्रवाई में जीआरपी टीम के प्रभारी अखिलेश मिश्रा एवं साथ में आरपीएफ एसआई जयशंकर दुबे , हेड कांस्टेबल वीरेंद्र यादव , कांस्टेबल प्रदीप यादव , कांस्टेबल विजय बहादुर पूरी , महिला कांस्टेबल अनुराधा सिंह एवं उनकी टीम के अन्य कांस्टेबल भी मौजूद थे ।