एम के न्यूज / महेन्द्र शर्मा
Haryana Roadways E-Ticket: Haryana रोडवेज में टिकट धांधली को रोकने के लिए हाल ही में e-ticketing सुविधा शुरू की गई थी, जिससे सामान्य ticketing प्रणाली में धांधली को पूरी तरह से रोका जा सकता है। लेकिन इस धांधली को रोकने के लिए शुरू की गई इस योजना में भी भ्रष्टाचार की रिपोर्टें सामने आ रही हैं। Ambala, Bhiwani और Karnal में कुछ कर्मचारियों द्वारा e-ticketing सुविधा में धांधली का मामला सामने आया है, जिसके बाद रोडवेज विभाग ने कई कर्मचारियों और ऑपरेटर्स के खिलाफ कार्रवाई शुरू की है। इस मामले की जाँच के लिए भी आदेश दिए गए हैं।
दूसरी ओर, रोडवेज यूनियन कर्मचारियों के समर्थन में खड़ी है। रोडवेज यूनियन के नेता कहते हैं कि इसमें कर्मचारियों की कोई दोष नहीं है, बल्कि लगी हुई मशीनों में कमी है। जिसके कारण धन सही तरीके से मेल नहीं खा जा रहा था। यदि एक ऑपरेटर एक मार्ग को समाप्त करता है और दूसरे मार्ग पर जाता है और मशीन में एक नया मार्ग डाला जाता है, तो पिछले मार्ग का डेटा हटा जाता है। इसके कारण पता नहीं चलता कि पिछले मार्ग पर कितने tickets जारी हुए थे। इस मामले में कर्मचारियों को इसे इस तरह से करने का आरोप लगाया जा रहा है ताकि धन चोरी किया जा सके। वर्तमान में मामले की जाँच के लिए आदेश दिए गए हैं और रिपोर्ट आने के बाद ही मामले की सच्चाई सामने आएगी।
E-ticket system क्या है?
E-ticketing सुविधा को Haryana रोडवेज ने धांधली को रोकने के लिए शुरू किया था, जिसमें यात्री बस के अंदर UPI, credit card, debit card या किसी भी ऑनलाइन माध्यम के माध्यम से tickets खरीद सकते हैं। भुगतान के बाद, यात्री को एक कल्पित टिकट दिया जाएगा, जिसमें उनकी यात्रा की सभी जानकारी होगी।
त्रुटि कैसे होती है?
नए e-ticketing system में, tickets मशीन द्वारा काटी जाती हैं। जब ऑपरेटर एक मार्ग को समाप्त करता है और दूसरे मार्ग पर जाता है और मशीन में एक नया मार्ग डाला जाता है, तो पिछले मार्ग का डेटा हटा जाता है। इसके कारण पता नहीं चलता है कि पिछले मार्ग पर कितने tickets जारी हुए थे। इस मामले में कर्मचारियों को इसे इस तरह से करने का आरोप लगाया जा रहा है ताकि धन चोरी किया जा सके। वर्तमान में मामले की जाँच के लिए आदेश दिए गए हैं और रिपोर्ट आने के बाद ही मामले की सच्चाई सामने आएगी।