गाजीपुर ।
गाजीपुर में अंतिम चरण में 7 मार्च को चुनाव होने हैं और नामांकन की प्रक्रिया अब पूरी हो चुकी है और ऐसे में अब प्रत्याशी पूरी तरह से चुनाव प्रचार में जुट गये हैं।
गाजीपुर की जंगीपुर विधानसभा में बीजेपी,सपा और बसपा प्रत्याशी डोर-टू-डोर और नुक्कड़ सभा के माध्यम से प्रचार कर रहे हैं।2017 के विधानसभा चुनाव में यहां से सपा के वीरेंद्र यादव बीजेपी के रामनरेश कुशवाहा को हराकर विधायक बने थे।
इससे पूर्व उनकी माँ किस्मतिया देवी यहां से विधायक थीं जो की अपने पति पूर्व मंत्री कैलाश यादव की मृत्यु के बाद उपचुनाव में विजयी हुई थीं।वीरेंद्र यादव ने बीजेपी के रामनरेश कुशवाहा को हराकर 3148 मतों से जीत दर्ज की थी।2022 के विधानसभा चुनाव में भी वीरेंद्र यादव और रामनरेश कुशवाहा आमने-सामने हैं तो बसपा से डाक्टर मुकेश सिंह भी मैदान में हैं।
मुकेश सिंह बीजेपी एमएलसी विशाल सिंह चंचल के रिश्तेदार हैं पर बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं।सभी अपनी-अपनी जीत के जहां दावे कर रहे हैं वहीं वोटर अभी खुलकर बात करने से कतरा रहे हैं।
जंगीपुर से निवर्तमान विधायक वीरेंद्र यादव का कहना था की ये चुनाव मैं नहीं लड़ रहा हूं बल्कि जनता लड़ रही है।जहां तक बीजेपी की बात है बीजेपी ने अपना कोई भी संकल्प पूरा नहीं किया है।बीजेपी प्रत्याशी रामनरेश कुशवाहा ने कहा की बीजेपी की केंद्र और प्रदेश सरकार दोनों विकास कार्य कर रहीं हैं और मुझे लगता है कि जंगीपुर में जो विकास कार्य होने चाहिये थे वो नहीं हुए हैं।
मेरी प्राथमिकता है कि यहां एक उच्च शिक्षण संस्थान बनाया जाये ताकि यहां के लोगों को उच्च शिक्षा के लिये बाहर न जाना पड़े।वहीं बसपा प्रत्याशी मुकेश सिंह का दावा है की इस बार प्रदेश में बसपा की सरकार बनने जा रही है और मेरा मानना है कि किसी भी क्षेत्र के विकास का पैमाना अच्छी सड़कें हैं और जितने के बाद मेरी प्राथमिकता होगी कि जंगीपुर में अच्छी सड़कों का निर्माण हो।फिलहाल 7 मार्च को मतदाता प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे पर अभी सबके अपने-अपने दावे हैं।