गाजीपुर।
जिला पंचायत सभागार में जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह अध्यक्षता में पीएम स्वनिधि योजना की समीक्षा की बैठक सम्पन्न की।
उन्होंने बताया गया कि पीएम स्वनिधि योजना की समीक्षा पर यह पाया गया कि प्रथम-10000 हेतु कुल 5055 आनलाइन आवेदनों के सापेक्ष मात्र 4768 ऋण बैंको द्वारा स्वीकृत और मात्र 4695 ऋण वितरित किये गये है तथा 360 आवेदनों पर बैंको द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गयी है ।
जिसके कारण आवेदन पोर्टल पर लंबित है तथा द्वितीय ऋण रू0-20000 हेतु 1141 लाभार्थियों द्वारा हेतु आनलाईन आवेदन किये गये है जिसके सापेक्ष अभी तक मात्र 403 आवेदन पत्रों को स्वीकृत किया गया है एवं 320 लाभार्थियों के खाते में ऋण का भुगतान किया गया है ।
जिससे यह स्पष्ट होता है कि बैंको द्वारा इस महत्वकांक्षी योजना के प्रति लापरवाही बरती जा रही है जो कदापि उचित नहीं है। साथ ही प्रबन्धक, अग्रणी बैंक, गाजीपुर को बैंको द्वारा ऋण हेतु स्वीकृत एवं लंबित आवेदनों को दिनांक 29.06.2022 तक वितरित कराये जाने हेतु संबंधित शाखा प्रबन्धकों को भी निर्देशित करने के निर्देश दिये गये ।
समीक्षा में यह भी पाया गया कि पिछली बैठक दिनांक 17.06.2022 में प्रदत्त निर्देशों का पालन किसी भी बैंक द्वारा नहीं किया गया है । दिनांक 06.06.2022 तथा दिनांक 17.06.2022 के बैठको के प्रगति की तुलना करने पर यह पाया गया कि पिछली बैठक एवं इस बैठक के मध्य बैंको द्वारा मात्र 98 ऋण स्वीकृत किये गये है तथा 188 ऋण ही वितरित किये गये है। उसी प्रकार द्वितीय ऋण रू0-20000 के अन्तर्गत मात्र ऋण के 30 आवेदन पत्र स्वीकृत किये गये है, तथा 42 लाभार्थियों को ही ऋण वितरित किया गया है ।उक्त के संबंध में जिलाधिकारी महोदय द्वारा समस्त बैंको के अधिकारियों को यह निर्देशित किया गया कि रू -20000 एवं रू0-10000 के समस्त लंबित आवेदन पत्रों को अगले 03 कार्य दिवस में वितरित कर दिया जाये।
समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी महोदय द्वारा समस्त अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद / नगर पंचायत गाजीपुर को निर्देशित किया गया कि आनलाईन आवेदन किये हुये ऐसे लाभार्थियों को जिनका ऋण बैंको द्वारा वितरित नहीं किया गया है उन्हें समस्त बैंक शाखाओं में पहुंचाना सुनिश्चित करें तथा जिला अग्रणी प्रबन्धक, जिला अग्रणी बैंक यूनियन बैंक आफ इण्डिया गाजीपुर समस्त बैंको के नोडल अधिकारियों को एवं समस्त शाखा प्रबन्धक समस्त बैंकों को यह निर्देशित किया है कि उनके स्तर पर जिन आवेदन पत्रों पर कोई कार्यवाही नही की गयी है उन्हें तत्काल स्वीकृत एवं वितरित कराना सुनिश्चित करें एवं जिनका ऋण स्वीकृत किया जा चुका है उनके खाते में तत्काल ऋण वितरित करें समस्त बैंको को यह भी निर्देशित किया गया कि जिन लाभार्थियों का ऋण उनके बैंको द्वारा वितरित किया गया है उन्हें तत्काल क्यू आर कोड उपलब्ध कराये एवं उनके खाते में पेनी ड्राप ट्रांजेक्शन कर उन्हें डिजिटली एक्टिव कराना सुनिश्चित करें ।