
वाराणसी. वाराणसी में हुए सामूहिक दुष्कर्म प्रकरण में गुरुवार को पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने अपने कार्यालय में अब तक की गई कार्रवाई के बारे में विस्तार से बताया. सीपी ने कहा कि इस मामले की जांच अब एसआईटी करेगी. 30 दिन के अंदर रिपोर्ट मांगी गई है. इससे पहले आरोपी के परिजनों ने सीपी को ज्ञापन साैंपा है. कहा कि अगर इतने दिनों से लड़की के साथ गलत काम हो रहा था तो वह पुलिस के पास क्यों नहीं गई?
सीपी ने कहा कि ज्ञापन में कहा गया है, लड़की के शरीर पर कोई निशान नहीं हैं, यह बड़ा सवाल और जांच का विषय है. परिजनों ने यह भी कहा कि कथित दुष्कर्म मामले में लड़की के आरोपी के परिजनों से पैसे मांगे जा रहे हैं. आरोपियों के परिजनों ने कई सबूत भी उपलब्ध कराएं हैं. वीडियो और इंस्टा के चैट भी हैं.
पुलिस आयुक्त ने परिजनों को आश्वस्त किए कि अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी तभी होगी, जब एसआईटी उनके खिलाफ कोई सबूत पेश करेगी. ये भी सुनिश्चित किया जाएगा कि किसी भी व्यक्ति के साथ धनउगाही न हो.
पूरे मामले का PM ने लिया था संज्ञान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते 11 अप्रैल को अपने वाराणसी दौरे के दौरान शहर में कुछ दिन पूर्व घटी सामूहिक दुष्कर्म की घटना पर गंभीर चिंता जताते हुए त्वरित और कड़ा रुख अपनाया है. वाराणसी एयरपोर्ट पर उतरते ही उन्होंने पुलिस आयुक्त, मंडलायुक्त और जिलाधिकारी से इस मामले में विस्तृत जानकारी ली.
प्रधानमंत्री ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि इस जघन्य अपराध के सभी दोषियों को चिह्नित कर उन पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए. इसके साथ ही, उन्होंने भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए व्यापक और प्रभावी व्यवस्थाएं करने पर जोर दिया.
बता दें कि बीते दिनों वाराणसी में 19 वर्षीय युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है. इस मामले में पुलिस ने 12 नामजद सहित 11 अज्ञात युवकों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। इस मामले में अबतक 14 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. अन्य फरार आरोपियों की तलाश जारी है.