गाजीपुर । विद्युत वितरण खंड तृतीय सैदपुर सहित तीनो खंडों के प्राइवेट लाइनमैनो एव सहायक सब स्टेशन ऑपरेटर का वेतन ना मिलने से आज भी कार्य बहिष्कार कर आंदोलन पर रहे। संविदा मस्टरोल संघ के जिला अध्यक्ष सुरेश सिंह ने बताया की जनपद में चारो डिवीजन के मलिक अधीक्षण अभियंता तथा जनपद में चार अधिशासी अभियंता बैठते हैं जो 12,10,2021 से प्राइवेट निविदा कर्मी वेतन को लेकर कार्य बहिष्कार पर है क्षेत्र में जहां निर्वाध बिजली इन प्राइवेट कर्मियों की वजह से चलती थी आज कई एरिया में बिजली बंद है इन अधिकारियों और कंपनी का मोह आम जनता और बिजली उपभोक्ता के प्रति भंग हो गया है, कंपनी और अधिकारियों को ना ही बिजली मिलने से और ना ही पब्लिक के सुख सुविधा का ध्यान है आज उत्तर प्रदेश सरकार के आदेशानुसार अभाव के बाद भी 24 घंटा बिजली देने का आदेश है जिसे यही प्राइवेट कर्मी खून पसीना एक कर लगातार विद्युत सप्लाई चलाने का कार्य करते हैं आज उनके प्रति किसी का मोह नहीं दिख रहा है आप सोच सकते हैं मात्रा 7400 वेतन पाने वाला कर्मचारी 3 महीने से वेतन नहीं पाया है तो उसका नवरात्र मेला और दशहरा कैसे बिता होगा। यह कर्मचारी दिनांक 12,10,2021 से लाइनों के रखरखाव से वेतन ना मिलने की वजह से दूर है फिर आम पब्लिक जिन्हें आज बिजली नहीं मिलेगी वह अधिकारी और कंपनी के प्रति क्या सोचेंगे। कंपनी भारत इंटरप्राइजेज और विद्युत अधिकारी आज पांच दिनों से आजकल आजकल कर रहे हैं फिर भी वेतन नहीं मिला सब लोग कहेंगे कर्मचारियों का दोष है, क्या यह न्याय संगत है कि हम बगैर वेतन पाए कार्य करते रहे हम कर्मचारियों का शौक नहीं है कि व्यवस्था का विरोध करें पर मेरी मजबूरी आम पब्लिक और बिजली उपभोक्ता समझ सकते हैं।
कंपनी और अधिकारियों के रवैया में कोई सुधार नहीं दिख रहा है स्थिति यही रही तो हम कर्मचारी अगले दिनों से कार्य बहिष्कार कर अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल में चले जाएंगे जिसकी सारी जिम्मेदारी शासन प्रशासन एव प्रबंधन और कंपनी की होगी। जजिला संरक्षक शिवदर्शन सिंगज ने कहा कि इन गरीब कर्मचारियों की व्यथा पर किसी का भी विचार अभी तक नहीं आया इसलिए हम कर्मचारी भूख से मरते हुए बाध्य होकर आम पब्लिक से क्षमा याचना चाहते हुए हड़ताल का रुख कड़ा करने को मजबूर होंगे। मजबूर कर्मचारियों ने व्यथित होकर ऐलान किया की कंपनी एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने अभी भी मेरे दर्द को देखते हुए अगस्त सितम्बर दो महीने का वेतन दिलाने का प्रयास नहीं किया तो दिनांक 18,10,2021से अपने आखरी अस्त्र का प्रयोग कर हड़ताल की हद को पार करने हेतु बाध्य होंगे जिसकी पूरी जिम्मेदारी बिजली अधिकारियों एव शासन प्रशासन की होगी।