एम के न्यूज / महेन्द्र शर्मा
नई दिल्ली
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच होने वाली बैठक में 26 राफेल विमानों तथा तीन स्कार्पियन पनडुब्बियों की खरीद को लेकर प्रगति की समीक्षा होगी। पिछले कुछ वर्षों से फ्रांस रक्षा क्षेत्र में भारत के बेहद नजदीकी साझीदार के तौर पर उभरा है। इस यात्रा के दौरान यह साझेदारी और गहरी होने की उम्मीद है। इस दौरान दोनों देशों की सेनाओं के बीच लॉजिस्टिक को लेकर भी नए समझौता होने के आसार हैं। आपको बता दें कि मैक्रों जयपुर में लैंड करेंगे, जहां पीएम मोदी उनके साथ एक रोड शो भी कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले साल 14 जुलाई को जब फ्रांस के राष्ट्रीय दिवस समारोह में सम्मानित अतिथि के तौर पर शामिल हुए थे तो उस दौरान 26 राफेल विमानों और तीन स्कार्पियन पनडुब्बियों की खरीद को लेकर समझौता हुआ था। तब से दोनों देशों द्वारा इस सौदे को अंतिम रूप देने के प्रयास किए जा रहे हैं जिसमें कीमतें भी शामिल हैं। इस मामले में सबसे अहम यह है कि स्कार्पियन पनडुब्बियों का निर्माण भारत में होना है है और दोनों देशों के बीच हुए एक समझौते के तहत गार्डनरीच शिपयार्ड और फ्रांस का नेवल ग्रुप भारत में पोतों का निर्माण कर दूसरे देशों को भी बेचेंगे। मेक इन इंडिया के लिए यह समझौता अहम है।
इस यात्रा के दौरान इन तीनों समझौतों के जमीन पर उतरने के आसार हैं। इसके अलावा जैंतापुर परमाणु ऊर्जा परियोजना के लिए फ्रांस से रिएक्टरों की आपूर्ति के लंबित मुद्दे पर भी इस दौरान चर्चा हो सकती है। विदेश मंत्रालय के अनुसार दोनों नेताओं की बैठक में जिन अन्य मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है, उनमें रक्षा, नागरिक परमाणु कार्यक्रम के अलावा, आतंकवाद, समुद्री सुरक्षा, सुरक्षा, धरती और नागरिक क्षेत्रों से जुड़े मामलों में भागीदारी, साइबर, सुरक्षा, अंतरिक्ष, हिन्द प्रशांत क्षेत्र तथा रणनीतिक रोडमैप 2047 शामिल है।
छठी बार फ्रांस बना मुख्य अतिथि
गणतंत्र दिवस समारोह में सबसे ज्यादा छह बार फ्रांस को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। इससे पूर्व चार बार फ्रांस के राष्ट्रपति और एक बार प्रधानमंत्री भारत आ चुके हैं। इस समारोह में ब्रिटेन पांच बार तथा रूस और भूटान को चार-चार बार मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। फ्रांस 1976, 80, 98, 2008 तथा 2016 में गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि बना है।
दोनों देशों के बीच कारोबार बढ़ा
विदेश मंत्रालय के सूत्रों की मानें तो भारत और फ्रांस के बीच हाल के वर्षों में कारोबार में बढ़ोत्तरी हुई है तथा यह तेजी से बढ़ रहा है। पिछले साल दोनों देशों के बीच 13.5 अरब डालर का कारोबार हुआ है। फ्रांस की 600 कंपनिया भारत में कार्य कर रही हैं तथा भारतीय की 70 कंपनियां वहां हैं। दोनों देशों के संबंधों में आई प्रगाढ़ता से कारोबार में इजाफा होगा।
जयपुर में उतरेंगे मैक्रों, कर सकते हैं रोड शो
विदेश मंत्रालय ने हालांकि आधिकारिक रूप से घोषणा नहीं की है लेकिन सूत्रों का दावा है कि मैक्रों की यात्रा दो दिनों की होगी। 25 को वह जयपुर में उतरेंगे। जहां उनके कुछ कार्यक्रम हैं तथा 26 को वे दिल्ली में रहेंगे तथा दिल्ली में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक करेंगे। हालांकि अभी आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के साथ जयपुर में एक रोड़ शो भी संभव है।
विपक्षी नेताओं से मुलाकात
दो दिनों की यात्रा के दौरान मैक्रों विपक्ष के कुछ नेताओं से भी मुलाकात कर सकते हैं। हालांकि अभी उनके कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया जाना बाकी है। वे गणतंत्र दिवस समारोह के बाद राष्ट्रपति भवन में एट होम में भी हिस्सा लेंगे।