ग़ाज़ीपुर ।
हर-घर तिरंगा अभियान जो 11 अगस्त से 17 अगस्त पूरे प्रदेश में चलाया जाना है जिसको लेकर गाजीपुर जनपद में तैयारियां जोरों शोरों पर चल रही है ।
जनपद में तिरंगे के निर्माण की जिम्मेदारी 160 स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को दिया गया है जो इन दिनों लगातार तिरंगा तैयार करने में लगी हुई है।
स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को तिरंगा बनाने की जिम्मेदारी देने के पीछे मुख्य रूप से महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत करने कि यूपी सरकार की योजना है।
जनपद गाजीपुर में इन दिनों गांव में तिरंगे की लहर देखने को मिल रही है कारण की गांव में महिलाओं को सशक्त करने के लिए बनाए गए स्वयं सहायता समूह जिनकी संख्या 160 है इन सभी के द्वारा जनपद में तिरंगा झंडे की सिलाई का कार्य बड़े ही जोरों शोर पर किया जा रहा है जिस का नजारा आप खुद देख सकते हैं उत्तर प्रदेश सरकार इस कार्यक्रम के माध्यम से अपने दो उद्देश्यों की पूर्ति कर रही है जिसमें से एक आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर अमृत महोत्सव के तहत प्रत्येक नागरिक को राष्ट्रीयता से जोड़ने के लिए उनके घरों पर 11 से 17 अगस्त तक तिरंगा लहराने की योजना बना डाली है तो वहीं दूसरी योजना इन तिरंगा की पूर्ति करने के लिए गांव के 160 स्वयं सहायता समूह के माध्यम से जुड़ी महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त करने के लिए इन्हें तिरंगा सिलने की जिम्मेदारी दिया है अगर हम आंकड़ों की बात करें तो जनपद में 160 स्वयं सहायता समूह के माध्यम से 480000 तिरंगा बनाने का लक्ष्य दिया गया है ।
जिसमें से दो तरह के झंडा इन महिलाओं से आजीविका मिशन विभाग खरीदारी कर रहा है बड़े झंडे ₹75 और छोटे झंडे ₹50 और विभाग इन झंडो की खरीदारी कर अन्य विभागों के माध्यम से आमजन तक पहुंचाने की कार्य कर रहा है जिस का नजारा भी देखा जा सकता है कि आजीविका मिशन के कार्यालय में इन दिनों स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के द्वारा बनाए गए झंडे बोरे में भरकर रखे गए हैं विभागीय आंकड़ों की बात करें अब तक 208960 झंडा विभाग स्वयं सहायता समूह से प्राप्त कर चुका है और 159826 झंडे विभिन्न विभागों को बिक्री कर चुका है। स्वयं सहायता समूह की महिलाएं तिरंगा झंडा सिलने का कार्य पाकर काफी खुश नजर आ रही हैं ।