भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद निशिकांत दुबे (Nishikant Dubey) के खिलाफ शिकायत लेकर कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने मंगलवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (OM Birla) से मुलाकात की. कांग्रेस नेताओं ने ओम बिरला के सामने निशिकांत दुबे की कुछ टिप्पणियों को सदन की कार्यवाही में शामिल किए जाने को लेकर विरोध जताया.
संसदीय नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही: अधीर रंजन चौधरी
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chowdhury) ने यह आरोप भी लगाया कि संसदीय नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं और संसद के भीतर भी तानाशाही की नजीर देखने को मिल रही है. अधीर रंजन चौधरी ने मंगलवार को सदन में कांग्रेस के उप नेता गौरव गोगोई, सांसद शशि थरूर, के. सुरेश और मणिकम टैगोर के साथ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (OM Birla) से मुलाकात की.
समान विचारधारा वाले दलों ने ओम बिरला को लिखा पत्र
अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chowdhury) ने बाद में संवाददाताओं से यह भी बताया कि निशिकांत दुबे (Nishikant Dubey) द्वारा लगाए गए ‘बेबुनियाद आरोपों’ को रिकॉर्ड में शामिल किए जाने को लेकर कांग्रेस और समान विचारधारा वाले दलों ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (OM Birla) को पत्र भी लिखा है.
आधारहीन तथ्यों के सहारे लगाए आरोप: अधीर रंजन चौधरी
अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chowdhury) ने का कहना था, ‘निशिकांत दुबे (Nishikant Dubey) ने आधारहीन तथ्यों के सहारे कांग्रेस और राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के खिलाफ आरोप लगाए. जब सदन में मंत्री का नाम पुकारा जाता है तो उस सदस्य (दुबे) का माइक ऑन किया जाता है, जो घटिया और आधारहीन बाते करते हैं.’ उन्होंने बताया, ‘हमारी पार्टी और समान विचार वाले दलों ने लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा है. हमने लोकसभा अध्यक्ष से मुलाकात भी की है और सदन के नियम के अनुसार, बिना नोटिस दिए गए इस तरह के आरोप नहीं लगाए जा सकते हैं.’
घटिया बयान को दोबारा रिकॉर्ड में किया गया शामिल: अधीर रंजन चौधरी
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chowdhury) ने आगे कहा, ‘हमारी शिकायत के आधार पर रिकॉर्ड से घटिया बयान को हटा दिया गया था. चौंकाने की बात है कि रात के समय दुबे की उन बातों को रिकॉर्ड में फिर से शामिल कर लिया गया, जिनको लेकर हमने आपत्ति जताई थी. हमारे संसदीय इतिहास में ऐसी कोई नजीर नहीं मिलती.’ उन्होंने आरोप लगाया, ‘दुर्भाग्य की बात है कि संसदीय नियमों, रीति और परंपराओं की धज्जियां उड़ाते हुए तानाशाही की नजीर संसद के अंदर देखी जा रही है. हम कहां जाएं? इससे देश के लोकतंत्र के लिए खतरा पैदा होता है.’
निशिकांत दुबे ने लगाए था ये आरोप
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे (Nishikant Dubey) ने सोमवार को लोकसभा में दावा किया था कि न्यूयॉर्क टाइम्स अखबार की एक खबर में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के छापों के हवाले से खुलासा किया गया है कि एक पोर्टल को भारत के खिलाफ माहौल बनाने के लिए चीनियों से किस तरह पैसे मिले और वह धन किस तरह नक्सलियों और अन्य लोगों को पहुंचाया गया. निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया था कि पोर्टल का प्रमुख ‘देशद्रोही टुकड़े-टुकड़े गिरोह का’ एक सदस्य है.