राजस्थान (Rajasthan) के कोटा (Kota) में फिर से एक छात्र ने आत्महत्या कर ली है. हॉस्टल की छठी मंजिल से कूदकर छात्र ने अपनी जान दे दी है. बताया जा रहा है कि छात्र टेस्ट देकर हॉस्टल पहुंचा था और फिर छठी मंजिल से कूद गया. बता दें कि छात्र विज्ञान नगर इलाके में स्थित कोचिंग संस्थान में एग्जाम देने के लिए पहुंचा था और एग्जाम खत्म होने से 5 मिनट पहले ही वह एग्जाम रूम से बाहर निकाला. फिर दौड़कर गया और बिल्डिंग की छठी मंजिल से कूदकर अपनी जान दे दी. सुसाइड करने जा रहे छात्र की CCTV में वीडियो भी कैद हुआ है. जिसमें छात्र भागता हुआ छत की तरफ गया और फिर ऊपर से छलांग लगा दी.
बिल्डिंग से कूदकर दे दी जान
बता दें कि मामले की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और घटना की जानकारी ली. मृतक छात्र की उम्र 16 साल बताई जा रही है. छात्र अपने नाना-नानी के साथ तलवंडी इलाके में रह रहा था. जानकारी के मुताबिक, ये छात्र महाराष्ट्र के अहमदनगर का रहने वाला था जो कोटा के तलवंडी इलाके में रहकर नीट परीक्षा की तैयारी कर रहा था.
कोटा में 2 और सुसाइड
गौरतलब है कि कोटा में 24 घंटे में 2 छात्रों ने सुसाइड कर लिया. एक ने छलांग लगाकर जान दे दी तो दूसरे ने फांसी लगाकर मौत को गले लगा लिया. बिहार और महाराष्ट्र के छात्रों ने खुदकुशी की. दोनों छात्र कम नंबर आने से परेशान थे. कोटा में बीते 8 महीने में 23 छात्रों की आत्महत्या की है. मामले की जांच में पुलिस जुटी हुई है.
टेस्ट पर लगाई गई रोक
जानकारी के मुताबिक, राजस्थान में कोटा में प्रशासन ने कई छात्रों की आत्महत्या के मद्देनजर कोचिंग संस्थानों से अगले दो महीने तक नीट और अन्य प्रतियोगी एग्जाम की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों की नियमित परीक्षा नहीं कराने को कहा है. जान लें कि इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन के लिए आयोजित होने वाली जेईई और मेडिकल कॉलेज एडमिशन के लिए होने वाली नीट जैसी कंपटेटिव एग्जाम की तैयारी के लिए हर साल कोटा में लगभग 2 लाख स्टूडेंट आते हैं.