तेलुगु देशम पार्टी (TDP) के नेता एन. चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी (Chandrababu Naidu Arrested) के बाद कई जगहों पर बवाल मच गया. तमिलनाडु राज्य परिवहन निगम (TNSTC) की अंतरराज्यीय बस सेवाओं का संचालन कुछ देर के लिए आंध्र प्रदेश की सीमा पर रोका गया लेकिन बाद में सेवाएं बहाल कर दी गयीं. एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी. आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया के कारण सीमा जांच चौकियों पर कुछ बसों को रोका गया जिससे सुबह-सुबह तिरुपति जाने वाले यात्री और तीर्थयात्री करीब तीन घंटे तक तिरुत्तनी में फंसे रहे.
राज्य परिवहन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘बसों को सुबह सात बजे से दो-तीन घंटे के लिए रोका गया क्योंकि हम यात्रियों की जान जोखिम में नहीं डालना चाहते थे.’
550 करोड़ रुपये के कौशल विकास निगम घोटाले में गिरफ्तारी
आपको बताते चलें कि नायडू को 550 करोड़ रुपये के कौशल विकास निगम घोटाले में गिरफ्तार किया गया है. आंध्र प्रदेश के अपराध जांच विभाग (CID) के प्रमुख एन संजय ने शनिवार को कहा कि तेलुगु देशम पार्टी (TDP) के प्रमुख एन चंद्रबाबू को कौशल विकास निगम में धन की कथित हेराफेरी से जुड़े 550 करोड़ रुपये के घोटाले के संबंध में गिरफ्तार किया गया है.
हेराफेरी से नायडू और TDP को पहुंचा फायदा
नायडू की गिरफ्तारी के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए पुलिस अधिकारी ने कहा कि जांच में यह पाया गया कि धन की हेराफेरी से नायडू और TDP को लाभ मिला. उन्होंने कहा, ‘पूरी योजना के पीछे के मुख्य साजिशकर्ता, जिसने मुखौटा कंपनियों के जरिये सरकार से निजी संस्थाओं में सार्वजनिक धन के हस्तांतरण की साजिश रची, उसने सारा काम श्री नारा चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व में किया.’
सीआईडी प्रमुख ने कहा कि नायडू के पास समय-समय पर सरकारी आदेश जारी करने और समझौता ज्ञापन के लिए लेनदेन की विशेष जानकारी थी, जो उन्हें जांच के केंद्र में खड़ा करती है.
गिरफ्तारी के समय सो रहे थे नायडू
नायडू को शनिवार सुबह उस समय गिरफ्तार किया गया, जब वह सभी सुविधाओं से लैस अपनी बस में सो रहे थे. पुलिस ने बताया कि सीआईडी के दल ने आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री को सुबह करीब छह बजे नंदयाल शहर के ज्ञानपुरम स्थित आर के फंक्शन हॉल के बाहर से गिरफ्तार किया, जहां उनकी बस खड़ी थी.