पंजाब में कांग्रेस पार्टी से जुड़े एक स्थानीय राजनेता की मोगा जिले के डाला गांव में कथित तौर पर खालिस्तान कट्टरपंथी संगठन से संबंध रखने वाले एक आतंकवादी ने गोली मारकर हत्या कर दी. मृतक की पहचान बलजिंदर सिंह बल्ली (45) के रूप में हुई है, जिसे सोमवार को कुछ हमलावरों ने उसके घर में घुसकर दो बार गोली मारी. एक गोली उनके सीने में लगी तो दूसरी जांघ में लगी.
पुलिस ने बताया कि हमलावर बाइक पर आये थे. एक घर में दाखिल हुआ तो दूसरा बाहर इंतजार करता रहा. घटना डाला गांव में बल्ली के घर के बाहर लगे सीसीटीवी में कैद हो गई. वह अजीतवाल में कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष थे.
आतंकी अर्श डल्ला ने जिम्मेदारी
अपराध के कुछ घंटों बाद, एक गैंगस्टर और नामित आतंकवादी अर्शदीप सिंह गिल उर्फ अर्श डल्ला ने कथित तौर पर अपने अकाउंट से एक फेसबुक पोस्ट में हत्या की जिम्मेदारी ली. वह वर्तमान में कनाडा का स्थायी निवासी हैं. उसने कहा कि उसने अपनी मां को पुलिस हिरासत में रखने और अपने दोस्तों को गिरफ्तार कराने का बदला लेने के लिए बल्ली की हत्या कर दी.
डल्ला ने कहा, ‘डाला गांव में बल्ली की हत्या के लिए मैं जिम्मेदार हूं क्योंकि यह मेरे गांव की राजनीति ही थी जिसने मुझे इस रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित किया था. यह आदमी (बल्ली) मेरी मां को एक हफ्ते तक सीआईए (पुलिस) की हिरासत में रखने के लिए जिम्मेदार था और उसने मेरे दोस्तों को भी गिरफ्तार करवाया था. वह पुलिस के साथ मिला हुआ था… और उसने मेरे घर में तोड़फोड़ करवा दी. उसने सिर्फ अपनी अफसरशाही हासिल करने के लिए मेरा घर उजाड़ दिया… मेरी जिंदगी का मकसद अपनी जिंदगी जीना नहीं बल्कि उसे मारना था. हम चाहते तो उसके बच्चे को भी मार देते लेकिन उस बच्चे का कहीं कोई दोष नहीं था… जो लोग उनसे हमदर्दी रखते हैं, उनके घर भी हमारे लिए दूर नहीं हैं…’
इस बीच, पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और प्राथमिकी दर्ज की जा रही है. मोगा के एसएसपी जे एलनचेझियन ने कहा कि डल्ला की कथित फेसबुक पोस्ट की जांच की जा रही है.
अर्श डल्ला कौन है?
इसी साल जनवरी में भारत सरकार ने अर्श डल्ला को ‘व्यक्तिगत आतंकवादी’ घोषित किया था. वह हत्या, जबरन वसूली और लक्षित हत्याओं जैसे जघन्य अपराधों में शामिल है और 20 एफआईआर का सामना कर रहा है. वह धन जुटाने और गैंगस्टरों और अपराधियों को साजोसामान सहायता प्रदान करने के लिए कुख्यात है.
डल्ला 22 अक्टूबर 2018 को विजिटर वीजा पर कनाडा गया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक, उसने इस पासपोर्ट के आधार पर कनाडा में स्थायी निवास प्राप्त किया.