एम के न्यूज / महेन्द्र शर्मा
Haryana और Punjab के मुख्यमंत्रियों के बीच शुक्रवार को सतलु-यमुना लिंक कैनाल (SYL) विवाद पर एक बैठक होगी। 4 बजे होने वाली इस बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत करेंगे। यह इस विवाद के संबंध में दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों के बीच तीसरी मुलाकात है। पहली दो मुलाकातें अनसुनी रही थीं।
Haryana के मुख्यमंत्री Manohar Lal ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद Punjab के मुख्यमंत्री भगवंत मान को एक पत्र लिखकर यह इच्छा जताई कि SYL कैनाल के निर्माण से संबंधित किसी भी रुकावट या मुद्दे को सुलझाने के लिए एक बैठक आयोजित की जाए। हालांकि, मान ने भी बैठक में भाग लेने की इच्छा जताई है, वह अभी भी अपने राज्य के पास अधिशेष जल साझा करने की कोई आत्मसाती रख रहे हैं।
इसी बीच, Manohar Lal ने कहा है कि SYL का निर्माण राज्यों के बीच जल वितरण से कुछ नहीं है। जल साझा विवाद एक अलग मुद्दा है, जिसे प्राधिकृति निर्धारित करेगी। Haryana सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा कि 4 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट ने SYL के संबंध में एक विस्तृत आदेश जारी किया है। इसमें सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट रूप से कहा है कि क्रियान्वयन जल का आवंटन से संबंधित नहीं है।
Haryana सरकार ने अभिवादन को हल करने के लिए उम्मीद जताई है कि Punjab सरकार इस मुद्दे को सुलझाने में सहायक होगी। पहले, 14 अक्टूबर 2022 और 4 जनवरी 2023 को दोनों मुख्यमंत्रियों के बीच मुलाकातें हुई थीं। पहली मुलाकात में जल शक्ति मंत्री भी मौजूद थे। Haryana सरकार ने यह भी आरोप लगाया कि SYL कैनाल पर हुई सभी मुलाकातें Punjab सरकार के नकारात्मक दृष्टिकोण के कारण असफल रही थीं।
SYL कैनाल का मुद्दा Punjab और Haryana के बीच कई वर्षों से विवाद का कारण रहा है। Haryana ने इस मुद्दे पर यह भी उठाया है कि SYL का निर्माण न होने के कारण उनके राज्य के किसानों को बड़े हानि हो रही है। कैनाल के निर्माण के साथ, Haryana के किसानों के लिए अतिरिक्त जल उपलब्ध होगा, जिससे उत्पादन बढ़ेगा न केवल उनकी आय में वृद्धि होगी।