एम के न्यूज / महेन्द्र शर्मा
Chandigarh: आम आदमी पार्टी Haryana के अध्यक्ष डॉ. सुशील गुप्ता ने सहकारी विभाग के एक करोड़ों रुपये के एकीकृत सहकारी परियोजना (ICDP) के घोटाले पर सरकार को कोने में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार भ्रष्टाचार का गर्हस्त हो गई है। हर रोज़ एक के बाद एक नए घोटाले सामने आ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पहली CAG रिपोर्ट ने कई घोटाले उजागर किए थे। अब सहकारी विभाग के एक और भयानक बड़ा घोटाला सामने आया है, जिसमें मंत्री और अधिकारी ने किसानों के लिए रखे गए पैसे को बाँट लिया। उन्होंने इस घोटाले का जांच करने पर यदि जांच की जाए तो यह घोटाला 500 करोड़ रुपये पैदा करेगा।
सुशील गुप्ता ने कहा कि किसानों के पैसे को ठगकर कर्नाल, जीरकपुर और रेवाड़ी में विलासी अपार्टमेंट और फ्लैट्स खरीदे गए। 2022 में रेवाड़ी में घोटाले की शिकायत पहले की गई थी और उस शिकायत के कारण BJP सरकार ने पूरे सिस्टम को बचाने की कोशिश की, अधिकारियों को बचाने की कोशिश की और घोटाले को छुपाने की कोशिश की।
जब दबाव बढ़ा, CS ने जांच को हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो को सौंपा। लेकिन उस जांच ने केवल अधिकारियों तक ही सीमित रही। उन्होंने कहा कि ठाने के स्तर पर कॉन्ट्रैक्टर्स पर राजनीतिक प्रभाव के कारण किसी भी क्रियवली के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाया गया, न ही किसी ने उनके काम को रोका।
अधिकारियों और कॉन्ट्रैक्टर्स के चैट्स को उद्धृत किया
राज्य अध्यक्ष ने कहा कि इस मामले में अधिकारियों और कॉन्ट्रैक्टर्स के WhatsApp चैट्स भी सामने आए, जिनमें घोटाले से लेकर रिश्वत तक के पूरे विवरण शामिल हैं। अधिकारी बता रहे हैं कि पैसे कैसे ऊपर जाते हैं और फिर भी कोई कदम नहीं उठाया जाता है। सरकार सभी चोरियों का आरोप अधिकारियों पर डालने की कोशिश कर रही है, ऊपर से दबाव के कारण एजेंसिज मामले में जुट नहीं पा रही हैं, इसमें शामिल हैं। यह घोटाले में शामिल इसके मास्टर माइंड की ओर से सुरक्षा के बिना ED और CBI द्वारा पूरी जाँच की जानी चाहिए।
The post Haryana: ED-CBI को चाहिए 100 करोड़ के घोटाले की जांच, AAP के राज्याध्यक्ष सुशील गुप्ता ने BJP सरकार पर गंभीर आरोप लगाए appeared first on Editor@political play India.