रिपोर्ट श्वेताभ सिंह
मुंबई. महाराष्ट्र सरकार के पूर्व मंत्री राष्ट्रवादी नैशनल कॉंग्रेस (NCP) नेता बाबा सिद्दिकी की शनिवार रात मुंबई के बांद्रा ईस्ट में गोली मारकर हत्या कर दी गई. पूर्व राज्य मंत्री को पास के लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. इस घटना के बाद महाराष्ट्र की सियासत में हड़कंप मच गया है.
लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी
लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी लेी है और इसकी जानकारी उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए दी है. लॉरेंस गैंग ने कहा, ‘जो दाऊद गैंग की हेल्प करेगा, अपना हिसाब लगा कर रखना.’
अजित पवार ने बाबा सिद्दीकी की हत्या पर कही ये बात
एनसीपी नेता अजित पवार ने कहा, “हमें तो विश्वास ही नहीं हो रहा है कि ऐसा कुछ हुआ है. हमारे नेता बाबा सिद्दीकी बहुत सालों से पॉलिटिक्स में काम कर रहे थे. उन्होंने मुंबई में शुरू के 10 साल कॉर्पोरेटर का भी काम किया था. और उसके बाद कांग्रेस के एमएलए के नाते भी तीन बार चुनाव जीता. एसेंब्ली में भी उनका अच्छा काम था और वह मिनिस्ट्री में भी थे. अपने डिपार्टमेंट की स्टडी करके वो लोगों की मदद करने पर ध्यान देते थे और जो कल घटना हुई है, आज तक उस पर विश्वास नहीं हो रहा है. हालांकि, पुलिस ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई की और दो लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया है. पुलिस ने अलग-अलग स्टेट में अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए भेजा है. जल्द से जल्द पता चलेगा कि असल में यह सब क्यों किया गया है और किसने यह सब किया है? आज 8.30 बजे बड़ा कब्रिस्तान मरीन ड्राइव में उनको दफनाया जाएगा और राजकीय सम्मान के साथ उनको अंतिम विदाई दी जाएगी.”
15 दिन पहले मिली थी जान से मारने की धमकी : सूत्र
महाराष्ट्र पुलिस सूत्र के अनुसार लॉरेंस बिश्नोई वाले एंगल की जांच कर रहे हैं और साथ ही स्लम पुनर्वास परियोजना कार्य पर संभावित विवाद की भी जांच कर रहे हैं. पुलिस का मानना है कि यह कॉन्ट्रेक्ट किलिंग का मामला है. 3 हमलावरों ने उनपर 9.9 एमएम की पिस्टल से 3 बार गोली चलाई थी. हालांकि, सिद्दीकी के एक करीबी सूत्र के मुताबिक उन्हें 15 दिन पहले ही जान से मारने की धमकी दी गई थी. इसके बाद उन्हें Y कैटेगरी की सिक्योरिटी दी गई थी लेकिन मुंबई पुलिस ने कहा कि उन्हें कोई धमकी भरा पत्र नहीं मिला है.