ग़ाज़ीपुर । सामूहिक विवाह योजनार्न्तगत आर.टी.आई. मैदान नवीन स्टेडियम गाजीपुर में आयोजित भव्य सामूहिक विवाह कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष सपना सिंह, ने सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारभ्भ किया गया।
आज आर.टी.आई. मैदान नवीन स्टेडियम गाजीपुर में कुल 154 जोड़ो का सामुहिक विवाह कराया गया। विवाह कार्यक्रम में 02 मुस्लिम जोडे तथा हिन्दू जोडे 152 कुल 154 जोड़े शामिल हुए। सभी जोड़ों की कन्याओं ने अपने-अपने वर को वर मालायें पहनाई एवं हिन्दू कन्याओं का विवाह धार्मिक रीति रिवाज के अनुसार रस्मे अदा कर सम्पन्न कराया गया। ।
नवनिर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्ष सपना सिंह ने उपस्थित लोगो का अभिनन्दन करते हुए नव विवाहित वर-वधुओ को शुभकामना दी। और कहा कि कन्या का विवाह कराने से बढकर अन्य कोई कार्य नही है तथा कहा कि आज जो जोडे वैवाहिक जीवन में बधकर सात फेरे लेकर एक दूजे के लिए शपथ लिये है वे हमेशा एक दूसरे का सम्मान करे।
उन्होने अपने सम्बोधन में कहा कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजनार्न्तगत गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले जरूरतमन्द, निराश्रित, निर्धन परिवारों की विवाह योग्य कन्या/विधवा/परित्यकता/तलाकशुदा महिलाओ को शासन द्वारा 51 हजार रू. की धनराशि स्वीकृत हैं जिसमें जनपद गाजीपुर के जिलाध्यक्ष द्वारा बटन दबाकर उनके खाते में कन्या को अनुदान के रूप में 35 हजार रू खाते में ई-पेमेन्ट के माध्यम से भेजा गया। इसके साथ 10 हजार रू. का सामान दिया जाता है, 06 हजार रू0 साज सज्जा, खानपान आदि पर खर्च होता है।जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री सामुहिक विवाह योजना के अन्तर्गत सभी नवविवाहित जोड़ो को बधाई देते हुए उनके सुखमय जीवन की कामना की तथा निरन्तर की ओर हमेश बढ़ते रहे और एक दुसरे का साथ दुःख सुख मेें मिलकर साथ रहे। इसी क्रम में पुलिस अधीक्षक रामबदन सिंह ने मुख्यमंत्री सामुहिक विवाह के शुभ अवसर पर उपस्थित सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया और शादी के शुभ अवासर पर बोले कि बुवा हो फुफा हो, चाचा हो, पापा हो दादा हो, मौसी हो का ये बेसिक रिस्ता है और पूरा समाज शादी पर टीका हुआ है। ये रिस्ता बहुत ही अटूट होता है यह शादी बुढ़ापे का सहारा बनता है। शादी के बाद परिवार में मन मोटाव हो जाये तो झगड़ा करना इसका उपाय नही है ये माता-पिता से मिलकर उनके आशिर्वाद से मन मोटाव को खत्म किया जा सकता है।