देवरिया ।
यूपी के देवरिया में रुद्रपुर क्षेत्र के ग्राम कन्हौली गांव में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के मौत से इस वक्त मातम का आलम है। जीहां आपको बतादे की यह गांव शहीद कैप्टन वरुण सिंह का पैतृक गांव है। कैप्टन वरुण सिंह एक हफ्ते पूर्व तमिलनाडु के कुन्नूर में सीडीएस हेलीकॉप्टर हादसे में गंभीर रूप से घायल होकर एकमात्र जीवित अफ़सर बचे थे। जिन्हें बेंगलुरु के कमांड अस्पताल में भर्ती कराया गया था यहां वे जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहे थे। इसी बीच इनके स्वास्थ्य के लिए देश के कोने कोने से दुवाएं भी हो रही थी किन्तु नियति को मंजूर नहीं था और आज इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। मौत की खबर जैसे ही उनके पैतृक गांव पहुंची पूरा गांव शोकाकुल हो गया। ग्रामीण उनके घर पहुंच कर परिजनों को सांत्वना दे रहे हैं। कैप्टन वरुण सिंह के पैतृक गांव में उनके दो चाचा रहते हैं जिसमें से एक चाचा अखिलेश प्रताप सिंह हैं जो कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं। दूसरे चाचा दिनेश प्रताप सिंह है इनका परिवार इसी गांव में रहता है।
जबकि शहीद कैप्टन वरुण सिंह का परिवार मध्य प्रदेश के भोपाल में रहता है। जब से कैप्टन वरुण सिंह अस्पताल में भर्ती थे तब से गांव के लोग उनके स्वस्थ्य होने की दुआ कर रहे थे लेकिन अब वह दुखी हैं क्योंकि कैप्टन वरुण सिंह उनके बीच अब नही रहे जिंदगी से जंग हार गए।