गाजीपुर ।
मामले में पुलिस कप्तान ने तुरंत लिया संज्ञान, आरोपी के विरुद्ध दर्ज हुआ मुकदमा
जिले के शादियाबाद थाने में ब्रज भूषण दूबे ने दर्ज कराया मुकदमा
मैसेज में कहा गया है कि मैं गाजीपुर आ रहा हूं ।
गाजीपुर के चर्चित यूट्यूब ब्रज भूषण दूबे को फिर मिली 10 जुलाई को जान से मारने की धमकी। धमकी मिलने के बाद ब्रजभूषण दुबे ने घटना की जानकारी एसपी को दी।
जिसके बाद बाजभूषण दूबे ने जिले के शादियाबाद थाने में अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। दरअसल इससे पहले राजस्थान के उदयपुर में हुए कन्हैया हत्याकांड को उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया था। जिसके बाद मामला सुर्खियों में आया। जिसका संज्ञान लेते हुए पुलिस प्रशासन ने मुकदमा दर्ज कर सुरक्षा के रूप में ब्रज भूषण दुबे के लिए दो कांस्टेबल तैनात किया गया है।
उसके बाद फिर 7 जुलाई को ब्रज भूषण दुबे के यूट्यूब चैनल पर पूर्व जिलाधिकारी गाजीपुर के0एम0 पांडे के साक्षात्कार का एक वीडियो डाला गया जिस पर लगभग 5 बजे गोविंद क्रिएशन नामक आईडी से तीन कमेंट आए। पहला कमेंट 10 जुलाई 22 को तूं घर नहीं रहेगा मुझे बता या तो उदयपुर कांड वाले की वीडियो डिलीट कर। फिर दूसरा कमेंट आया कि , मैं आ रहा हूं गाजीपुर। उसके बाद तीसरे कमेंट में लिखा गया कि – तुझे मैं 10 जुलाई 22 को मार दूंगा। मैं सुल्तान हूं देख ब्रजभूषण।
मैसेज आने के बाद ब्रज भूषण दुबे ने कमेंट का स्क्रीनशॉट लेते हुए पुलिस अधीक्षक गाजीपुर के व्हाट्सएप पर पूरी सूचनाएं दिया इसके साथ ही स्क्रीन शॉट और अन्य सूचनाएं साइबर सेल के प्रभारी को भेजा। पुलिस अधीक्षक ने त्वरित संज्ञान लेते हुए थानाध्यक्ष शादियाबाद को आदेशित किया फिर 7 जुलाई की रात्रि 10:10 पर भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 506 एवं 507 के तहत जान से मारने की धमकी देने वालों के विरुद्ध अपराध पंजीकृत किया गया।
आपको बताते चलें 30 जून को दोपहर लगभग 1:30 बजे साकिब अहमद नामक किसी व्यक्ति ने उदयपुर की घटना को उठाए जाने पर ब्रज भूषण दूबे का सर कलम करने की धमकी दिया था जिस पर ब्रज भूषण दुबे द्वारा ट्वीट किए जाने के क्रम में यूट्यूब इंडिया और गूगल से आरोपी के बारे में समस्त सूचनाएं पुलिस अधीक्षक गाजीपुर के स्तर से मांगी गई है।
ब्रज भूषण दुबे ने कहा कि इस मामले को लेकर हम चुप नहीं बैठेंगे , धमकी देने वालों से लेकर उनके पीछे जिन लोगों का हाथ है उन्हें भी बेनकाब करने तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा।
उन्होंने जोर देकर कहा कि आईटी एक्ट के कमजोर होने के कारण इस प्रकार की घटनाएं हो रही हैं और एक व्यक्ति दर्जनों और सैकड़ों आईडी बनाकर विभिन्न प्रकार के साइबर अपराध कर रहा है।