ग़ाज़ीपुर ।
18 जुलाई 2022
कुपोषित और सुपोषित में अंतर करने के लिए शासन के द्वारा वजन का एक मापदंड बनाया गया है। जिसके आधार पर नवजात शिशु , गर्भवती माता , धात्री महिला एवं किशोरियों को चिन्हित कर कुपोषित या सुपोषित की श्रेणी में रखा जा सकता है।
इसके लिए सबसे जरूरी है वजन मशीन , इसी को देखते हुए बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के द्वारा जनपद में चलने वाले 4127 आंगनबाड़ी केंद्र के सापेक्ष 3472 मदर कम चाइल्ड वजन मशीन आंगनबाड़ी केंद्रों पर भेजने की तैयारियों में विभाग जुट गया है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी दिलीप कुमार पांडे ने बताया कि कुपोषित बच्चे , उनकी मां , गर्भवती , धात्री , किशोरी की उनके गांव के पास के ही आंगनबाड़ी केंद्रों पर वजन करने के लिए 150 किलोग्राम तक वजन की मदर कम चाइल्ड वजन मशीन शासन के द्वारा अगले 1 या 2 दिन में आपूर्ति किया जाना है। जो सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर उपलब्ध कराया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इसके पूर्व 655 आगनबाड़ी केंद्रों पर वजन मशीन उपलब्ध कराया जा चुका है। वही अब 3472 वजन मशीन आपूर्ति होते ही आंगनबाड़ी केंद्रों पर पहुंचा दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि जिन बच्चों, महिलाओं ,गर्भवती ,धात्री व किशोरियों का मानक से कम वजन मिलेगा उनकी देखभाल के लिए आशा एवं आंगनबाड़ी के द्वारा गृह भ्रमण करते हुए प्रबंधन एवं उनके माता-पिता को जागृत करने एवं नियमित रूप से चिकित्सा परामर्श देने के लिए घर पहुंचेंगी।
कम वजन की किशोरी एवं महिलाओं के मिलने पर एनीमिया की जांच खान-पान पर ध्यान हेतु संवेदीकरण भी किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग जखनिया पर 190, मनिहारी 266 ,सादात 306, सैदपुर 312 ,देवकली 240 ,करंडा 168 ,सदर 239, शहर 123, बिरनो 199 ,मरदह 209 ,कासिमाबाद 172, बाराचवर121 ,मोहम्मदाबाद 160, भावर कोल 221, रेवतीपुर 87 ,भदौरा 159 ,जमानिया 300 मदर कम चाइल्ड वजन मशीन आपूर्ति किया जाएगा।