गाजीपुर ।
गाजीपुर बीएसए हेमंत राव ने रेवतीपुर ब्लॉक के कई विद्यालयों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान बीएसए युवराजपुर प्राथमिक विद्यालय प्रथम पर पहुंचे । जहां पर बन रहे एमडीएम के तहत भोजन की गुणवत्ता को चेक किया।
इस दौरान उन्होंने विद्यालय के बच्चों और शिक्षको के साथ पंगत में बैठक कर एमडीएम के भोजन का जायका लिया और कहा कि एमडीएम का भोजन ठीक था लेकिन उसकी गुणवत्ता को और सुधारने की जरूरत है। मौके पर मौजूद शिक्षकों ने और बेहतर करने का आश्वासन दिया है।
दरअसल भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा प्राथमिक विद्यालय में छात्रों की उपस्थिति को सुनिश्चित करने के लिए मिड डे मील योजना लाया गया था ताकि बच्चों को शिक्षा के साथ ही दोपहर में भोजन भी मिले। लेकिन मिड डे मील योजना के भोजन की गुणवत्ता कैसी है क्या वह बच्चों के खाने योग्य है या नहीं है इस बात को परखने के लिए जनपद गाजीपुर के किसी भी अधिकारी ने आज तक जहमत नहीं उठाई।
लेकिन आज बेसिक शिक्षा अधिकारी ने रेवतीपुर ब्लाक में प्राथमिक विद्यालयों में औचक निरीक्षण के दौरान खुद और उनके साथ चलने सभी अधिकारियों के साथ अध्यापक और ग्राम प्रधान के साथ मिड डे मील का गुणवत्ता परखने के लिए भोजन किया और माना कि मिड डे मील गुणवत्तापूर्ण नहीं रहा इसमें अभी सुधार की जरूरत है।
आपको बता दें कि गाजीपुर में 2269 परिषदीय विद्यालय चलते हैं जिसमें पढ़ने वाले छात्रों के लिए शासन के द्वारा मिड डे मील योजना चलाई जाती है इसी योजना में बने भोजन की गुणवत्ता परखने के लिए बेसिक शिक्षा अधिकारी रेवतीपुर ब्लाक के युवराज पुर प्रथम प्राथमिक विद्यालय पहुंचे जहां पर उन्हें विद्यालय की शैक्षिक गुणवत्ता की जांच करना था। लेकिन उनके पहुंचने के समय बच्चे मिड डे मील का भोजन कर रहे थे इस दौरान बेसिक शिक्षा अधिकारी ने शैक्षिक गुणवत्ता परखने से पूर्व मिड डे मील की गुणवत्ता को परखना बेहतर समझा और बच्चों के साथ ही बैठकर मिड डे मील का बना हुआ भोजन अपने लिए भी मांगा और अन्य अधिकारियों को भी मिड डे मील का भोजन करने को कहा सभी लोगों ने बच्चों के साथ मिड डे मील का भोजन किया ।
इस मामले पर जब बेसिक शिक्षा अधिकारी से बातचीत की गई कि आपके द्वारा मिड डे मील का भोजन का स्वाद चखा गया तो उसकी गुणवत्ता कैसी रही तो उन्होंने भोजन की गुणवत्ता को खराब तो नहीं कहा लेकिन कहा की गुणवत्ता में अभी सुधार करने की बहुत जरूरत है।