
गाज़ीपुर ।
परमवीर चक्र विजेता अब्दुल हमीद का 57 वां शहादत दिवस परंपरागत तरीके से उनके पैतृक गांव धामूपुर, जखनियाँ, गाजीपुर में मनाया गया।
इस अवसर पर सेना के अधिकारियों के साथ जिला प्रशासन के अधिकारी और सांसद अफजाल अंसारी मौजूद रहे ।
अतिथियों ने वीर अब्दुल हमीद की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें सैनिक सम्मान के साथ सलामी दी और उन्हें याद किया ।
इस अवसर पर गाज़ीपुर सांसद अफ़ज़ाल अंसारी ने युवाओं से अपील की कि अब्दुल हमीद की तरह वह भी देश पर मर मिटने का जज्बा कायम रखें , हालांकि उन्होंने मंच से अग्निवीर योजना पर सवाल भी खड़ा किए और कहा कि अग्निवीर जैसी योजना जो कि राजनेताओं की देन है, उसमें सेना का कोई लेना देना नहीं है, इससे युवाओं में निराशा आई है।
वहीं अब्दुल हमीद के बड़े बेटे ने अपने पिता की शहादत दिवस पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए, इसे क्षेत्र, जनपद, प्रदेश और देश का गौरव बताया और कहा कि देश के युवा हमारे पिता परमवीर अब्दुल हमीद से सीख लेकर देश प्रेम का जज्बा कायम रखें ।
वहीं सेना के अधिकारियों ने बताया कि अब्दुल हमीद 1965 की वार में वीरता से लड़ते हुए शहीद हुए थे, और मरणोपरांत उन्हें सेना का सर्वोच्च सम्मान परमवीर चक्र दिया गया था। आपको बताते चलें कि 1965 भारत – पाकिस्तान युद्ध में वीर अब्दुल हमीद ने अपनी छोटी सी आर्टरी गन से अमेरिका निर्मित पैटन टैंकों को ध्वस्त कर दुश्मन देश में खलबली मचा दी थी, और वीरता से युद्ध लड़ते हुए युद्ध भूमि पर शहीद हो गए थे ।
आज 10 सितंबर को परमवीर अब्दुल हमीद का शहादत दिवस समारोह के रूप में मनाया गया। गाजीपुर जनपद के धामपुर गांव के रहने वाले परमवीर अब्दुल हमीद का शहादत दिवस 10 सितंबर को परिजनों के साथ क्षेत्रवासी भी बड़े ही धूमधाम से मनाते हैं।