अपराधउत्तर प्रदेश

नकली नोट बनाकर मार्किट में चलाने वाले अंतर राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश।

500 की 369, 200 की 01 व 100 की 261 कुल 210800 रुपए के नकली नोट बरामद।

 

गाज़ीपुर ।

गाजीपुर पुलिस ने आज एक बड़ा खुलासा करते हुए नकली नोट बनाकर बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है ।

इस गिरोह का मास्टरमाइंड सुरेश रजत अपने साथी साथ फरार हो गया लेकिन शातिर किस्म के आधा दर्जन तस्करों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है ।

पुलिस ने इनके गिरफ्त से 500 रुपए के 369, 200 रुपए की 01 और 100 रुपए के 261 नोट कुल 210800 रुपए के नकली नोट और नकली नोट बनाने का प्रिंटर, नकली नोट बनाने में इस्तेमाल किए जाने वाले पेपर व एक नोट पर् चिपकाने वाली चमकीली हरि पट्टी और 03 अदद बाइक भी बरामद की है।

एसपी गाज़ीपुर ओमवीर सिंह आज दिन में अपने कार्यालय में बरामद नकली नोटों और समान के साथ गिरफ्तार 6 अंतरराज्यीय नकली करेंसी नोट तस्करों को मीडिया के सामने पेश कर बताया कि स्थानीय कोतवाली पुलिस और स्वाट टीम की संयुक्त कार्यवाही में ये बड़ी बरामदगी की गई है ।

एसपी गाज़ीपुर ने बताया कि देश की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाने वाले यह शातिर अपराधी पिछले कई दिनों से पुलिस के राडार पर थे और इनका नेटवर्क काफी लंबा होने की वजह से पुलिस उसे खंगाल रही थी कल इन्हें गाजीपुर पुलिस ने रंगे हाथ माल के साथ बरामद किया।

नकली करेंसी नोटों की तस्करी और बनाने में पुलिस ने विकास वर्मा पुत्र दीनानाथ वर्मा निवासी ग्राम महोदय थाना सादात जनपद गाजीपुर, संजय कुमार दुबे उर्फ पप्पू पुत्र बालकृष्ण दुबे निवासी खतीरपुर थाना नोनहरा जनपद गाजीपुर, अमर ज्योति मौर्या उर्फ छोटू पुत्र अमर देव मौर्य निवासी ग्राम पचौरी थाना गहमर जनपद गाजीपुर , फिरोजशाह पुत्र जैनुद्दीन निवासी नई बस्ती थाना जमानिया जनपद गाजीपुर, नीरज सिंह पुत्र कंचन सिंह निवासी ग्राम पचौरी थाना गहमर जनपद गाजीपुर और संतोष यादव उर्फ बबलू पुत्र स्वर्गीय केशव यादव निवासी ग्राम बेटाबर कला थाना जमानिया जनपद गाजीपुर को पुलिस ने गिरफ्तार किया है ।

लेकिन इनका सरगना सुरेश रजत अपने एक साथी के साथ फरार हो गया जिसके लिए पुलिस संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है उन्होंने बताया यह नोट देखने में बिल्कुल असली की तरह है और इसी का फायदा लेकर यह गिरोह नकली नोटों को छाप कर भोले भाले लोगों को के बीच इस नोट को चला रहा था इनके खिलाफ आईपीसी की धारा 4898 489 489 419 आईपीसी के तहत अभियोग पंजीकृत कर नियमानुसार अग्रिम विधिक कार्रवाई की जा रही है ।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button