मुंबई में आज I.N.D.I.A गठबंधन के नेताओं का जमावड़ा लगा है. 31 अगस्त और 1 सितंबर को बीजेपी विरोधी धड़ों की बैठक होगी. मीटिंग में शामिल होने कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, विपक्षी दलों के शासन वाले राज्यों के 6 मुख्यमंत्री और 26 विपक्षी पार्टियों के नेता I.N.D.I.A गठबंधन के नेताओं की तीसरी बैठक के लिए जुटे हैं.
महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन, बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पंजाब के सीएम भगवंत मान, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के अलावा बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी बैठक का हिस्सा बनेंगे.
ये नेता भी लेंगे हिस्सा
इन नेताओं के अलावा एनसीपी चीफ शरद पवार, शिवसेना (यूबीटी) उद्धव ठाकरे, आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव और अन्य विपक्षी पार्टियों के अध्यक्ष भी बैठक में मंथन करेंगे. सभी नेताओं की मौजूदगी में I.N.D.I.A गठबंधन का लोगो भी रिलीज किया जाएगा. हर पार्टी से बैठक में भाग लेने वालों की सीमित संख्या के कारण कांग्रेस शासित राज्यों- छत्तीसगढ़, राजस्थान और कर्नाटक के मुख्यमंत्री इसमें भाग नहीं लेंगे.
अजित पवार के एनडीए में शामिल होने के सवाल पर नाना पटोले ने कहा कि उन्होंने बीजेपी-शिंदे गुट का साथ इसलिए चुना क्योंकि उनको ईडी-इनकम टैक्स का डर है. यह बात किसी और ने नहीं बल्कि शरद पवार ने साफकी है. ये लोग कई साल से सत्ता में हैं लेकिन विकास के लिए कोई कदम नहीं उठा पाए.
‘देश खतरे में, बचाने की जरूरत’
वहीं शिवसेना (UBT) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा देश अधिनायकवाद से खतरे में है और इसे बचाने की जरूरत है. ठाकरे ने कहा, हम तानाशाही के खिलाफ और भारत की रक्षा के लिए हैं. हम तानाशाही शासन को दोबारा सत्ता में नहीं आने देने की प्रतिज्ञा लेते हैं. हम संविधान की रक्षा करने का प्रयास करेंगे और संघीय लोकतांत्रिक ढांचे को बाधित नहीं होने देंगे.’
यह पूछे जाने पर कि I.N.D.I.A ब्लॉक का संयोजक कौन होगा, ठाकरे ने पलटवार करते हुए कहा, क्या आप हमें बता सकते हैं कि एनडीए का संयोजक कौन है? यह एक अमीबा की तरह हो गया है, जिसका कोई आकार या आकृति नहीं है.