मुंबई में आज गणेश विसर्जन होगा. इसे देखते हुए मुंबई पुलिस की तरफ़ से सुरक्षा के लिए कई महत्वपूर्ण क़दम उठाए गए है. लगभग 2866 पुलिस अधिकारियों समेत 16 हज़ार से भी ज्यादा पुलिस के जवान अलग अलग विसर्जन स्थलों पर मौजूद होंगे. इसके साथ ही सीसीटीवी कैमरों के जरिए भी विसर्जन स्थलों पर नजर रखी जाएगी.
मुंबई पुलिस के संयुक्त पुलिस आयुक्त (लॉ एंड ऑर्डर) सत्यनारायण चौधरी ने कहा, आज गणेश विसर्जन को देखते हुए मुंबई के अलग-अलग इलाकों में हमारी टीमें तैनात रहेंगी. हमारे अधिकारी बीएमसी और पुलिस के साथ कोऑर्डिनेटर करके सुरक्षा का जायजा लेंगे. गणेश विसर्जन एक महत्वपूर्ण त्यौहार है इसलिए कई पुलिस कर्मचारियों की छुट्टियां भी कैंसिल की गई है. वे आज मुंबई की सुरक्षा में तैनात रहेंगे. पुलिस कंट्रोल रूम से ड्रोन और कैमरा की मदद से भी भीड़ भाड़ वाले स्थनों पर नज़र रखी जायेगी.
5 हजार से ज्यादा प्रतिमाओं का विसर्जन
उन्होंने (Mumbai Police) बताया कि आज मुंबई में करीब 5 हजार से ज्यादा गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन (Mumbai Ganesh Visarjan 2023) होगा. इसके साथ ही आज ईद-उल-मिलाद भी है, जिस पर भी कई कार्यक्रम होंगे. ऐसे में दोनों त्योहारों को शांति के साथ संपन्न कराना आज पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती होगी. इसके लिए मुंबई पुलिस की ओर से योजना के साथ खास तैयारी की गई है.
करीब 16 हजार पुलिसकर्मियों की डयूटी
जेसीपी (Mumbai Police) ने बताया कि आज शहर में कानून- व्यवस्था बनाए रखने के लिए 8 एडीसीपी, 25 डीसीपी, 45 एसीपी समेत कुल 1866 पुलिस अधिकारी तैनात रहेंगे. इसके साथ ही करीब 16250 पुलिसकर्मियों को भी विसर्जन (Mumbai Ganesh Visarjan 2023) कार्यक्रमों में तैनात किया जाएगा. किसी भी तरह के आतंकी हमले या वारदात से निपटने के लिए एसआरपीएफ की 35 प्लाटून, आरपीएफ, आरएएफ, होमगार्ड और क्यूआरटी टीमें भी विसर्जन स्थलों पर तैनात रहेंगी.
बनाई गईं 162 कृत्रिम झीलें
जॉइंट पुलिस कमिश्नर (Mumbai Police) के मुताबिक मुंबई में गणेश विसर्जन (Mumbai Ganesh Visarjan 2023) के लिए गिरगांव, जुहू, दादर, अक्सा और मार्वे समेत करीब 73 प्राकृतिक स्थल हैं. उन जगहों पर पानी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है. वहीं शहर में 162 कृत्रिम झीलों का भी निर्माण किया गया है, जहां पर गणेश विसर्जन का कार्यक्रम संपन्न होगा. इन जगहों पर लाउडस्पीकर लगाए गए हैं, जिससे किसी आपात स्थिति में उन्हें संबोधित किया जा सके. साथ ही एंबुलेंस और ट्रैफिक को स्मूथ बनाए रखने का भी इंतजाम किया गया है.