लोकसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आते जा रहे हैं, वैसे-वैसे सत्ता पक्ष और विपक्ष ने एक दूसरे पर जुबानी हमले तेज कर दिए हैं. हाल ही में दिल्ली हाईकोर्ट ने सीएम अरविंद केजरीवाल के सिविल लाइंस स्थित सरकारी बंगले के निर्माण में अनियमितता की जांच का आदेश दिया. इसके तुरंत बाद गृह मंत्रालय ने मामले की सीबीआई जांच का ऑर्डर दे दिया. गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने केजरीवाल के आधिकारिक आवास बनाने में भ्रष्टाचार किए जाने का आरोप लगाया. पूनावाला ने मामले की जांच सीबीआई से कराने के फैसले का स्वागत किया.
पीएम घबराए हुए हैं : केजरीवाल
इधर इस मामले में दिल्ली के सीएम ने बीजेपी को आड़े हाथ लेते हुए पीएम को एक चुनौती दे डाली. पत्रकारों से बातचीत करते हुए सीएम केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार ने अब CM आवास की CBI जांच शुरू करवा दी. प्रधानमंत्री घबराए हुए हैं और ये उनकी घबराहट को दिखाता है.
8 साल में 33 से ज्यादा केस
सीएम ने कहा कि उनके खिलाफ जांच कोई नई बात नहीं है. जब से दिल्ली में आप की सरकार बनी है, तब से जांच पर जांच ही किए जा रहे हैं. 8 साल में 33 से ज्यादा केस कर चुके हैं. कभी बोला गया कि केजरीवाल ने स्कूल बनवाने में घोटाला कर दिया, बस घोटाला, शराब घोटाला, सड़क घोटाला, पानी घोटाला, बिजली घोटाला पर जांच में तो कुछ नहीं निकला. उन्होंने तंज मारते हुए कहा, दुनिया में शायद सबसे ज्यादा इन्क्वारी मेरी हुई होंगी पर किसी केस में कुछ नहीं मिला और इसमें भी कुछ नहीं मिलेगा. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जब कुछ गड़बड़ है ही नहीं तो क्या मिलेगा.
पीएम कुछ काम नहीं करते
दिल्ली ने सीएम ने प्रधानमंत्री को एक बार फिर चौथी पास राजा कहकर पुकारा. उन्होंने कहा कि चौथी पास राजा से और उम्मीद भी क्या की जा सकती है. 24 घंटे बस इन्क्वारी-इन्क्वारी का गेम खेलते रहते हैं या फिर भाषण देते रहते हैं. काम तो कुछ करते नहीं.
सीएम बोले, केंद्र के आगे वह नहीं झुकेंगे
केजरीवाल ने कहा, पीएम चाहते हैं कि मैं भी दूसरे नेताओं और पार्टियों की तरह उनके साथ मिल जाऊं पर मैं इनके सामने झुकने वाला नहीं चाहे वो मेरी जितनी मर्जी फर्जी इन्क्वारी करवा लें, जितने मर्जी केस कर लें. मैं भी उन्हें चैलेंज देता हूँ – जैसे पिछली सारी जांचों में कुछ नहीं निकला, वैसे ही अगर इस इन्क्वारी में भी कुछ नहीं निकला तो क्या झूठी इन्क्वारी करने के जुर्म में इस्तीफा देंगे?