एम के न्यूज / महेन्द्र शर्मा
वडोदरा
गुजरात के वडोदरा के निकट हरणी झील में एक नाव पलटने की खबर सामने आई है। इस हादसे में 16 लोगों की मौत हो गई है। इसमें 14 छात्र और दो शिक्षक शामिल हैं। बताया जा रहा है कि नाव में निजी स्कूल के 27 छात्र सवार थे। मौके पर बचाव कार्य जारी है। नाव की क्षमता 14 लोगों की थी लेकिन इसमें 27 से ज़्यादा लोगों को सवार किया गया था। मृतक के परिवार को PMNRF की ओर से 2 लाख रुपये की और घायलों को 50 हजार की आर्थिक सहायता दी जाएगी। वहीं राज्य सरकार मृतक परिवार को 4 लाख रुपये देगी और घायलों को 50 हजार रुपये।
अधिकारियों ने बताया कि छात्र पिकनिक मनाने आए थे और हरनी झील में नाव की सवारी कर रहे थे कि तभी दोपहर में यह हादसा हो गया। हरनी थाने के एक अधिकारी ने बताया, ‘नाव पलटने की इस घटना में 16 लोगों की मौत हो गई, जिसमें 14 बच्चे और दो शिक्षक शामिल हैं। बचाए गए एक छात्र का एसएसजी अस्पताल में इलाज किया जा रहा है।’ राष्ट्रीय आपदा मोचन बल(एनडीआरएफ) के अधिकारियों ने बताया कि चार लोग अभी भी लापता हैं और घटनास्थल पर खोज व बचाव अभियान जारी है।
इससे पहले, अधिकारियों ने बताया था कि नाव में 27 लोग सवार थे, जिनमें 23 विद्यार्थी और चार शिक्षक शामिल थे। प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, ”वडोदरा की हरनी झील में हुई एक नौका दुर्घटना में लोगों की मौत से व्यथित हूं। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ है। घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करता हूं।” उन्होंने कहा, ”स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों को हरसंभव सहायता प्रदान कर रहा है। प्रत्येक मृतक के परिजनों को प्रधानमंत्री राहत कोष से दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जायेगी। घायलों को 50 हजार रुपये दिए जायेंगे।”
हादसे का शिकार हुए सभी बच्चे वडोदरा के न्यू सनराइज स्कूल के हैं। इनमें से किसी भी बच्चे या टीचर ने लाइफ जैकेट नहीं पहनी थी। इसी वजह से जब नाव पलटी तो सभी पानी में डूबने लगे। गुजरात के गृहमंत्री हर्ष संघवी ने 16 लोगों की मौत कंफर्म की है। हरणी झील में डूबने से 14 बच्चे और 2 टीचर की मौत हुई है। वह वडोदरा के प्रभारी मंत्री भी हैं। सामने आया है कि हर्ष संघवी भी घटना स्थल पर पहुंच रहे हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, वडोदरा की मेयर पिंकी सोनी ने कहा कि पर्यटक बच्चों और शिक्षकों की नाव पलट गई है। अस्पताल में तैयारियां कर ली गई हैं। बचाव कार्य भी शुरू कर दिया गया है।’ बता दें कि वडोदरा शहर की हरणी झील का प्रबंधन वडोदरा नगर निगम के साथ अनुबंध के मुताबिक कोटिया फर्म करती है। घटना के वक्त नाव में कुल 23 बच्चे और 4 शिक्षक सवार थे।
मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल बृहस्पतिवार शाम को घटनास्थल पर पहुंचे और एनडीआरएफ व स्थानीय दमकल सेवा सहित अन्य एजेंसियों के कर्मियों द्वारा किए जा रहे बचाव अभियान का जायजा लिया। वडोदरा के मुख्य दमकल अधिकारी पार्थ ब्रह्मभट्ट ने पहले कहा था कि एजेंसियों के घटनास्थल पर पहुंचने से पहले ही स्थानीय निवासी कुछ लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल चुके थे।
साथ ही सीएम भूपेंद्र पटेल ने इस हादसे को लेकर दुख जताया है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, ‘वडोदरा की हरणी झील में नाव पलटने से बच्चों के डूबने की घटना अत्यंत हृदय विदारक है। मैं अपनी जान गंवाने वाले मासूम बच्चों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं। दुःख की इस घड़ी में उनके परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएँ। दयालु ईश्वर उन्हें यह दुःख सहने की शक्ति दे। नाव पर सवार छात्रों और शिक्षकों का बचाव अभियान फिलहाल जारी है. सिस्टम को दुर्घटना के पीड़ितों को तत्काल राहत और उपचार प्रदान करने का निर्देश दिया गया है।’