एम के न्यूज / महेन्द्र शर्मा
सोलापुर
महाराष्ट्र के सोलापुर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंच पर भाषण के दौरान भावुक हो गए। शुक्रवार को उन्होंने राज्य के लाभार्थियों से बात की। इस दौरान बचपन का जिक्र आते ही उन्होंने कुछ पलों के लिए बीच में ही भाषण रोक दिया। पीएम आवास योजना को लेकर उन्होंने कहा कि काश उन्हें भी बचपन में ऐसे घर में रहने का मौका मिला होता। पीएम मोदी ने कहा, ‘मुझे खुशी है कि सोलापुर के हजारों गरीबों के लिए, हजारों मजदूर साथियों के लिए हमने जो संकल्प लिया था, वो आज पूरा हो रहा है। आज पीएम आवास योजना के तहत देश की सबसे बड़ी सोसायटी का लोकार्पण हुआ है। और मैं जाकर देखकर आया कि काश मुझे भी बचपन में ऐसे घर में रहने का मौका मिला होता।’
इतना कहकर पीएम मोदी ने अचानक कुछ देर के लिए भाषण रोक दिया। इसके बाद उन्हें भावुक होकर कहा, ‘ये चीजें देखता हूं तो मन को इतना संतोष होता है, ये हजारों परिवारों के सपने जब साकार होते हैं, तो उनके आशीर्वाद मेरी सबसे बड़ी पूंजी होते हैं। जब मैं इस प्रोजेक्ट का शिलान्यास करने आया था, तब मैंने आपको गारंटी दी थी कि आपके घरों की चाबी देने भी मैं खुद आऊंगा।’ पीएम मोदी ने कहा, ‘दो प्रकार के विचार रहते हैं- एक राजनीतिक उल्लू सीधा करने के लिए लोगों को भड़काते रहो।हमारा मार्ग है… श्रमिक का सम्मान, आत्मनिर्भर श्रमिक, गरीबों का कल्याण।’
इस दौरान पीएम ने पुरानी सरकारों पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘हमारे देश में लंबे समय तक गरीबी हटाओ के नारे लगते रहे लेकिन गरीबी नहीं हटी। गरीबों के नाम पर योजनाएं तो बनाई जाती थीं, लेकिन उनका लाभ गरीबों को नहीं मिलता था। उनके हक का पैसा बिचौलिये लूट जाते थे। पहले की सरकारों की नीति, नीयत और निष्ठा कठघरे में थी।’