एम के न्यूज / महेन्द्र शर्मा
नीलगिरी
तमिलनाडु के नीलगिरी में इस साल जबरदस्त ठंड पड़ रही है। कुछ दिनों पहले जिले में पारा शून्य डिग्री तक लुढ़क चुका था। नीलगिरी में पड़ रही कड़ाके की ठंड से मौसम वैज्ञानिक भी हैरान हैं। तमिलनाडु के लोकप्रिय हिल स्टेशन ऊटी में आज (रविवार) को पारा 1.3 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। कुछ लोगों का मानना है कि हिल स्टेशन मिनी कश्मीर बन चुका है।
स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं से लोग परेशान
कड़ाके की ठंड से लोगों का सामान्य जीवन अस्त-व्यस्त हो गया। कुछ दिनों पहले ऊटी शहर और आसपास के क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी भी हुई थी। बर्फबारी की वजह से लोगों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी हो रही है। कई लोग नाक बहने, खांसी और हाथ-पैरों पर दाने निकलने की समस्या से प्रभावित हैं।
इन इलाकों में जमकर पड़ा पाला
कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया पर कई वीडियो सामने आई, जिसमें देखा गया कि नीलगिरी में दूर-दूर तक फैले हुए घांस के मैदान ओस की बूंदों से ढके हुए वेटलैंड की तरह दिखाई दे रहे थे। ऊटी नगर, थलीकुंडा, एचपीएफ, कंथल और फिंगरपोस्ट सहित कई ऊटी के कई क्षेत्रों में पाला पड़ा था। बता दें कि तमिलनाडु के पहाड़ी जिले में हर साल नवंबर से फरवरी तक ठंड पड़ती है। हालांकि, इस साल जनवरी में तूफान के साथ बारिश की वजह से इसकी शुरुआत देर से हुई है।
ग्लोबल वार्मिंग की वजह से नीलगिरी में बदल रहा मौसम
तमिलनाडु के कई जिलों में पड़ रही जबरदस्त ठंड से एक्सपर्ट्स भी काफी चिंता हैं। नीलगिरी एनवायरमेंट सोशल ट्रस्ट (एनईएसटी) के वी शिवदास ने बताया कि यहां के मौसम बदलने के पीछे का कारण ग्लोबल वार्मिंग और अल-नीनो है। उन्होंने कहा कि समय से ठंड नहीं पड़ी रही है। इस तरह का जलवायु परिवर्तन नीलगिरी के लिए बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि इस बदलाव पर अध्ययन किया जाना चाहिए।