एम के न्यूज / महेन्द्र शर्मा
कोच्चि
भारतीय नौसेना ने 28 और 29 जनवरी को महज 24 घंटे के अंदर अरब सागर में समुद्री लुटेरों द्वारा हाईजैकिंग की दो बड़ी कोशिशों को नाकाम किया है। रक्षा मामलों से जुड़े अफसरों के मुताबिक, भारतीय नौसैनिक युद्धपोत आईएनएस सुमित्रा ने रविवार को ईरान के जहाज एफवी ईमान को बचाने के बाद एक और अभियान में जहाज अल नईमी को सोमालियाई लुटेरों के शिकंजे से छुड़ाया। बताया गया है कि इस अभियान में भारत के मरीन कमांडोज ने भी हिस्सा लिया।
भारतीय नौसेना का अरब सागर में दबदबा देखने को मिल रहा है. भारतीय युद्धपोत INS सुमित्रा ने सोमवार को अदन की खाड़ी में सोमाली समुद्री लुटेरों को करारा जवाब दिया है और 19 पाकिस्तानी नागरिकों समेत ईरानी जहाज को बचाया है. इन लुटेरों ने मछली पकड़ने वाले जहाज को किडनैप कर लिया था. रविवार को जहाज से इमरजेंसी कॉल आया था. जिसके बाद युद्धपोत ने समुद्री डकैती विरोधी अभियान चलाया और बड़ी सफलता हासिल की.
भारतीय नौसेना ने बताया कि हमारे युद्धपोत ने अपहरण की कोशिश को विफल किया है. कोच्चि के तट पर 19 पाकिस्तानी नागरिकों समेत जहाज को बचाया है. 28 जनवरी को ईरानी झंडा वाले मछली पकड़ने वाले जहाज के किडनैप के बारे में जानकारी मिली थी. जिसके बाद भारतीय युद्धपोत INS सुमित्रा ने मोर्चा संभाला और 19 पाकिस्तानी नागरिकों को ले जा रहे जहाज को बचाया है, इसे सोमालिया के पूर्वी तट से सशस्त्र सोमाली समुद्री डाकुओं ने अपहरण कर लिया था.
भारतीय नौसेना ने अरब सागर में 24 घंटे के अंदर हाईजैकिंग की दो बड़ी कोशिशों को नाकाम किया है. समुद्री लुटेरों ने 28-29 जनवरी को भी जहाज किडनैप करने की कोशिश की थी. हाल ही में इंडियन नेवी ने अदल की खाड़ी में तीन युद्धपोत किए हैं.
जानकारी के मुताबिक, यह घटना केरल के कोच्चि के तट से 800 मील दूर अरब सागर में हुई। लुटेरों ने यहां ईरान के झंडे वाले जहाज और उसमें सवार क्रू सदस्यों को बंधक बना लिया। इसके बाद भारतीय नौसेना ने अपने युद्धपोत आईएनएस सुमित्रा को भेजकर सभी को सुरक्षित निकाल लिया। अधिकारियों ने कहा कि जहाजों की सुरक्षा के लिए हिंद महासागर क्षेत्र में हर जगह भारत की कड़ी निगरानी है।
भारतीय नौसेना ने एक बयान जारी कर कहा कि 29 जनवरी को उसने अल-नईमी को बचाने के लिए अभियान चलाया। इसमें सवार क्रू के सभी 19 सदस्य पाकिस्तानी नागरिक हैं। मरीन कमांडोज ने इस जहाज को घेरने के बाद ऑपरेशन भी चलाया और लुटेरों के शिप से भागने की पुष्टि की। साथ ही क्रू सदस्यों के हालचाल भी जाने।