एम के न्यूज / महेन्द्र शर्मा
Haryana: मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर खेतों के नकली पंजीकरण का मामला बढ़ता जा रहा है। नवीनतम मामला गाँव किटलाना में सामने आया है। जिसमें वास्तविक किसान की शिकायत के आधार पर, उसकी कृषि भूमि के पोर्टल पर दो व्यक्तियों द्वारा नकली पंजीकरण का मामला दर्ज किया गया है। बता दें कि पिछले वर्ष Bhiwani जिले के कई गाँवों में नकली पंजीकरण का एक बड़ा घोटाला सामने आया था, जिस पर राज्य सतर्कता जाँच कर रही है।
इसका पता तब चला जब किटलाना गाँव के किसान ने CSC पर पंजीकरण करने जाए। सदर पुलिस को दी गई शिकायत में, किटलाना गाँव के निवासी रामनिवास ने बताया कि उसकी गाँव में खेती है। उसकी खेती का कुछ हिस्सा तुषांत और गौरव दवास के नाम पर पोर्टल पर नकली पंजीकरण किया गया है। उसने बताया कि उसने मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर अपनी भूमि को पंजीकृत करने के लिए सामान्य सेवा केंद्र गया था। ऑनलाइन आवेदन करते समय, CSC ऑपरेटर ने उससे कहा कि उसका कुछ खेत पहले से ही पंजीकृत हो गया है।
इसे सुनकर वह हैरान हो गया। जब उसने अपनी भूमि के पंजीकरण विवरण प्राप्त किए, तो उसे पता चला कि खेवट नंबर 276,277 के तुषांत और किला नंबर 976-202 के गौरव दवास ने पहले ही पोर्टल पर पंजीकृत कर लिया था। जबकि यह भूमि उनकी नहीं है। इन नकली किसानों द्वारा पोर्टल पर उनकी कृषि भूमि के नकली पंजीकरण की शिकायत पर सदर पुलिस को सूचित किया। इस संबंध में, पुलिस ने इन दोनों के खिलाफ धारा 420 के संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है और जांच शुरू की है।
इसी बीच, ऐसे नकली पंजीकरण के मामले दूसरे गाँवों में भी सामने आए हैं, जिनके बारे में प्रशासन के सामने पहले ही शिकायत हो गई है। हालांकि, अब पुराने धोखाधड़ी का पर्दाफाश हो रहा है। जब नकली पंजीकरण के नए मामले सामने आए हैं, तो सरकारी योजनाओं के धोखाधड़ी और राशन छीनने का खेल फिर से शुरू हो गया है। अब पुलिस इन मामलों की जांच में व्यस्त है।
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