एम के न्यूज / महेन्द्र शर्मा
AAP और Congress के बीच सीटों के बारे में समझौता हुआ है। चंडीगढ़ सीट Congress के खाते में आई है। Haryana में Congress नौ सीटों पर चुनाव लड़ेगी और AAP कुरुक्षेत्र में एक सीट पर चुनाव लड़ेगी। जबकि पंजाब में दोनों पार्टियों के मार्ग अलग रहेंगे।
पंजाब में अकेले चुनाव लड़ने के लिए कारण
पंजाब के मुख्यमंत्री Bhagwant Mann ने पहले ही घोषणा की थी कि पार्टी पंजाब में अकेले चुनाव लड़ेगी। इसी कारण उसने कार्यकर्ताओं को इसके लिए घातक स्तर पर तैयारी शुरू करने के निर्देश दिए हैं।
AAP और Congress को अकेले ही चुनाव लड़ने का मुख्य कारण यह है कि दोनों पार्टियों के मुख्य नेता और कार्यकर्ता चुनाव में साथ लड़ने के लिए तैयार नहीं थे। इस वजह से ऐसी स्थिति में पार्टी उच्च कमान किसी भी प्रकार के निर्णय को उस पर थोपना नहीं चाहती थी। åन्यतरह, AAP इस बार लोकसभा चुनावों में अपनी स्थिति को मजबूत मान रही है। पिछले विधायक चुनावों में पार्टी ने 117 सीटों में 92 सीटें जीती थीं। इस तरह, पार्टी की उम्मीद है कि लोकसभा चुनावों में उसे समान प्रतिक्रिया मिलेगी। इसी तरह, पिछले वर्ष मई में जलंधर लोकसभा सीट पर हुई उपचुनाव में AAP उम्मीदवार सुशील कुमार रिंकु ने बड़े मतों से जीत हासिल की थी।
AAP ने Haryana में तीन सीटों का दावा किया, एक प्राप्त की
AAP ने Haryana में तीन सीटों पर दावा किया था। ये तीन सीटें पंजाब सीमा के क्षेत्रों से संबंधित हैं। इस प्रस्ताव को पार्टी ने Congress के नेताओं को सौंपा था। हालांकि, अब पार्टी को Haryana में गठबंधन में केवल एक सीट मिली है।
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