गाजीपुर ।
गाजीपुर में महेंद्र कुशवाहा एक ऐसा नाम जो शिक्षा जगत के क्षेत्र में अपना एक बहुत बड़ा रसूख रखता है।
आपको बता दें कि उसका मुख्य कारण की महेंद्र कुशवाहा वाराणसी के एक कॉलेज में साधारण अध्यापक होने के बाद भी गाजीपुर में महेंद्र कुशवाहा ने स्वयं एवं अपने भाइयों के नाम पर करोड़ों अरबों की अकूत संपत्ति बना लिया और यह संपत्ति शिक्षा जगत में नकल के व्यवसाय के माध्यम से बनाया ।
आज उसी शिक्षा माफिया महेंद्र कुशवाहा के करोड़ों की संपत्ति पर जिला प्रशासन के द्वारा गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए कुर्की की गई है।
दरसल पूरा मामला 2016 के उस मुकदमे से जुड़ा हुआ है जिसमें इनके अपने भाइयों के बुद्धम शरणम इंटर कॉलेज में आयोजित एक परीक्षा में एसटीएफ के द्वारा सामूहिक नकल करने का मामला पकड़ा गया था। जिसमें एसटीएफ के द्वारा कार्यवाही करते हुए मुकदमा दर्ज कराया गया था और उसके बाद जिलाधिकारी के द्वारा उसी मुकदमे के आधार पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है।
जिसके तहत आज गाजीपुर के नंदगंज थाना अंतर्गत फतेहउल्लाहपुर ग्राम सभा में 0.02 हेक्टेयर भूमि को आज जिला प्रशासन के द्वारा मुनादी कराकर कुर्क किया गया है , जिसकी अनुमानित कीमत करीब सवा करोड़ बताई जा रही है।
गैंगस्टर एक्ट के तहत महेंद्र कुशवाहा पर कार्रवाई की बात करें तो सबसे पहले छावनी लाइन स्थित बुद्धम शरणम इंटर कॉलेज को गैंगस्टर एक्ट के तहत कुर्क करने की कार्रवाई की गई थी। उसके पश्चात इनके भाइयों की परती भूमि और उसके पश्चात महेंद्र कुशवाहा के नाम से फतेहुल्लहपुर ग्राम सभा में निर्मित एक विद्यालय जिसकी कीमत भी करीब 5 करोड़ से ऊपर की बताई गई थी। उसे कुर्क किया गया था और आज फिर कुर्की की कार्रवाई की गई है।
अगर इनके नकल के इतिहास के बारे में बात करें तो इनके विद्यालय में पॉलिटेक्निक की परीक्षा के दौरान भी एक ही कक्ष के कई छात्र प्रदेश के टॉप टेन लिस्ट में शुमार हो गए थे जिसके बाद से ही यह प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन के राडार पर आ चुके थे।