ग़ाज़ीपुर ।
आज दिनांक 28:5: 2022 को राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद जनपद शाखा गाजीपुर की बैठक विकास भवन में संपन्न हुई , जिसमें राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद जिला अध्यक्ष दुर्गेश कुमार श्रीवास्तव बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का हो रहे शोषण को लेकर नाराजगी व्यक्त किया ।
विनियमितीकरण करने तक न्यूनतम वेतन भत्ता देने व मृतक आश्रित नियमावली की सुविधा दी जाने के लिए विगत वर्षों में शासन से मांग किया गया था , जिस के क्रम में वर्ष 2018 में मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडे द्वारा अपर मुख्य सचिव नियुक्ति एवं कार्मिक को निर्देशित किया गया था की विभागों में भारी संख्या में एजेंसी के माध्यम से रखे गए कर्मचारियों की सेवा सुरक्षा विनियमितीकरण न्यूनतम वेतन व भत्ते के लिए सेवा नियमावली 3 माह में तैयार कर मंत्रिमंडल के समक्ष प्रस्तुत किया जाए,किंतु आज तक नियमावली नहीं बनाई गई ।
जिससे आउटसोर्सिंग/संविदा कर्मी का भविष्य अंधकार में है परिषद के अध्यक्ष ने मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश शासन के पत्र संख्या 8/ 2022/ शासन -119/ 4- 2022 (1/3/96)में दिए गए निर्देश के क्रम में समूह ग के कार्मिकों का 3 वर्ष के उपरांत क्षेत्र का परिवर्तन किए जाने हेतु प्रदेश सहित जनपद के समस्त विभागाध्यक्ष को निर्देशित किया गया है , जिसका परिषद स्वागत करता है , जिसका कड़ाई से अनुपालन होना चाहिए, अगर किसी भी विभागाध्यक्ष द्वारा किसी भी संगठन के पदाधिकारी/ सदस्य का शोषण किया जाता है, तो इसे परिषद बर्दाश्त नहीं करेगा,और इसकी शिकायत जिलाधिकारी के माध्यम से शासन को अवगत कराया जाएगा, परिषद के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अरविंद कुमार सिंह द्वारा परिषद से सभी संबद्ध संगठनों के पदाधिकारियों से कहा गया, कि पटल/ क्षेत्र परिवर्तन होने वाले स्थानों की सूची बनाकर परिषद को उसकी कापी उपलब्ध करा दें, जिससे किसी समस्या का सक्षम अधिकारी से निस्तारित कराया जा सके ।
इस बैठक में एस0पी0गिरी , अरविंद कुमार सिंह, डी0एस0राय , बालेंद्र त्रिपाठी , विनोद कुमार पांडे , ओंकार नाथ पांडे , राजीव शर्मा , राजबली सिंह , देवेंद्र मौर्य , ओम प्रकाश यादव , अभय सिंह , अमित कुमार , अनिल कुमार , इंद्रजीत कुमार , अनिल गोस्वामी , अजय कुमार , मिश्रा , हीरा , हरिशंकर , बृजेश , संजय कुमार , राकेश कुमार पांडे , उपस्थित रहे ।
इस बैठक की अध्यक्षता दुर्गेश कुमार श्रीवास्तव व संचालन कार्यकारी मंत्री आलोक राय व ओंकार नाथ पांडे ने किया ।