गाजीपुर।
आंचलिक क्रान्ति अखबार के संपादक व वरिष्ठ पत्रकार के तीसरी मंजिल आवास में घुसकर हमलावरों ने पत्रकार को बेरहमी ईट पत्थरों से कूच दिया घटना के बाद मृत समझ हमलावर निकल गये। दो दिन तक अपने आवास में बेहोश पड़े रहे। संपादक को सूचना के बाद परिजनो ने जिला अस्पताल पहुंचाया और मामले की सूचना कोतवाली पुलिस को भी दी। शुक्रवार की देर रात हुई इस वारदात की जानकारी जिले के लोगो व पत्रकारों को सोमवार को सुबह लगी।
जानकारी के अनुसार कोतवाली थाना क्षेत्र के रौजा इलाके में सहोदरा भवन की दूसरी मंजिल पर आंचलिक क्रान्ति अखबार का आफिस है जो लगातार तीस साल से प्रकाशित हो रहा हैं। त्यागी मुखदेव सिंह मरदह थाना क्षेत्र के सिंगेरा गांव के रहने वाले है और रौजा पर ही निवास करते हैं। उनके मकान के 50 गज दूर उनके छोटे भाई परमानन्द सिंह का मकान हैं। त्यागी रोज की भाॅति खाना खाकर अपने सहोदरा भवन की तीसरी मंजिल पर मौजूद कमरे में सोने चले गये। कमरे के साथ-साथ दूसरी व तीसरी मंजिल पर खुलने वाला दरवाजा भी अन्दर से लाक था। बावजूद इसके दुस्साहसी हमलावरों ने घटना को अंजाम दिया और संपादक को मृत समझकर निकल भागे।
त्यागी मुखदेव सिंह के छोटे भाई परमानन्द सिंह ने बताया कि सहोदरा भवन के ठीक पीछे अवैध कब्जा कर रहने वाली जमानिया इलाके की महिला का त्यागी से विवाद चल रहा था। महिला का भाई शातिर अपराधी है। जबकि बेटा मौजूदा समय में जेल में बन्द है। अपनी पति की हत्या का आरोप लगने के बाद यह महिला जमानिया छोड़कर गाजीपुर आकर रहने लगी और बेटा ट्रेनों में छिनैती व चोरी की घटना को अंजाम देता रहा। लूट के कई मामलो में सलिप्तता जाहिर होने के बाद पुलिस ने उसे जेल भेज दिया था। नेशनल हाइवे के किनारे बने तीन मंजिल मकान के उपरी मंजिल पर चढ़कर घटना को अंजाम देने के बाद तीसरी मंजिल से पीछे की तरफ खुलने वाले रास्ते से अपराधी निकल गये।
पत्रकार त्यागी मुखदेव सिंह की हालत चिन्ताजनक बनी हुई हैं। दोनो आखों व सिर में गंभीर चोट है जिसके चलते बातचीत भी नही हो पा रही है। घटना के बाद पहुंची कोतवाली पुलिस ने मौके से ईट व पत्थर के कई टुकड़े व खून से सने हुए पत्रकार के कपड़ों को साक्ष्य के रूप में अपने साथ ले गयी।
पीड़ित पत्रकार की चिंताजनक हालत व बोल पाने में अक्षमता के चलते पुलिस मामले में असहाय बनी हुई है। सम्बन्धित इलाके में हुई इस वारदात के बाद दहशत का माहौल है। लोगो में चर्चा है कि विवादित महिला ने सरकारी जमीन पर कब्जे के लिये ही परिजनो से इस घटना को अंजाम दिलाया है। हालाकिं पुलिस जांच कर रही हैं।