गाज़ीपुर।
जिलाधिकारी ने मंगलवार को विकास भवन स्थित निर्माणाधीन ऑडिटोरियम एवं मेडिकल कॉलेज का स्थलीय निरीक्षण किया ।
इस दौरान ऑडिटोरियम में बीम एवं दीवार का लेवल सही नहीं होने पर उनकी त्योरी चढ़ गई। इसके साथ ही मेडिकल कालेज में लेक्चर हॉल, दीवारों पर सीलन, ब्वायज हास्टल में गंदगी, गंदे पड़े वाटर कूलर एवं हॉस्टल के भवन पर लिफ्ट के लिए छोड़े गए स्थान को खुला देखकर प्रोजेक्ट मैनेजर को फटकार लगाई।
डीएम ने सभी गड़बड़ियों को एक सप्ताह में ठीक कराने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी आर्यका अखौरी सबसे पहले निर्माणाधीन आडिटोरियम पहुंची।
वहां उन्होंने कार्यदायी संस्था से परियोजना के प्रारंभ और पूर्ण होने की अवधि, बजट आवंटन तथा कार्यों में प्रयोग होने वाले सामग्री की जानकारी ली। नक्शे के जरिए सम्पूर्ण निर्माण कार्य का जायजा लिया ।
ऑडिटोरियम में बीम एवं दीवार की गड़बड़ी को एक सप्ताह में सही कराने का निर्देेश दिया साथ ही कार्यदायी संस्था को आदेश दिया कि निर्माण में प्रयोग होने वाले मैटेरियल्स की जांच सरकारी लैब में ही कराई जाए।
उन्होंने कार्यदायी संस्था के अधिकारी को मजदूरों की संख्या बढ़ाते हुए 31 जनवरी 2023 तक प्रत्येक दशा में आडिटोरियम पूर्ण कर हैंडओवर करने का निर्देश दिया।
इसके बाद जिलाधिकारी ने महर्षि विश्वामित्र मेडिकल कॉलेज के टीचिंग हॉल, गर्ल्स-ब्वायज हॉस्टल, डाइनिंग हाल का निरीक्षण किया ।
उपस्थित छात्र-छात्रओं से रूबरू होकर उनसे परिचय प्राप्त किया। उनसे शिक्षण कार्य तथा उनकी समस्याओं की जानकारी ली ।
कालेज में लेक्चर हाल एवं एकेडमिक कक्ष की दीवारों पर सीलन होने का कारण पूछा तथा हॉस्टल में लिफ्ट के लिए बनाए गए खुले स्थान को सुरक्षा की दृष्टि से शाम तक बंद कराते हुए अवगत कराने को कहा साथ ही दीवारों की सीलन को एक सप्ताह में सही कराने तथा लिफ्ट की व्यवस्था सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया।
उन्होंने गर्ल्स एवं ब्वायज हास्टल में निर्माण कार्य की धीमी प्रगति देख मजदूरों की संख्या बढ़ाकर दिसंबर माह तक निर्माण कार्य पूर्ण करने को कहा। जिलाधिकारी ने मेडिकल कालेज परिसर में पौधरोपण भी किया।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी श्रीप्रकाश गुप्ता, कार्यदायी संस्था के अधिकारी, मेडिकल कालेज के प्रधानाचार्य आनंद मिश्र एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।