साउथ अफ्रीका (South Africa) के जोहान्सबर्ग में जारी 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कहा कि हमने ब्रिक्स (BRICS) के विस्तार का फैसला लिया है. नए सदस्यों के जुड़ने से मजबूती मिलेगी, प्रयासों को बल मिलेगा. संगठन के विस्तार और गाइडिंग प्रिंसिपल्स पर सहमति बनी है. ब्रिक्स में अर्जेंटीना, मिस्र, इथियोपिया, सऊदी अरब, ईरान और यूएई 6 नए देश जुड़ेंगे. पीएम मोदी ने आगे कहा कि यह सभी संस्थानों के रिफॉर्म्स के लिए मिसाल बन सकता है.
चंद्रयान-3 पर क्या बोले प्रधानमंत्री मोदी?
चंद्रयान-3 की सफलता पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस पूरी मानवजाति की सफलता के तौर पर स्वीकार किया जा रहा है. चंद्रयान केवल भारत के लिए ही नहीं पूरे विश्व के वैज्ञानिकों के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है. चंद्रयान के लिए जो बधाई मिली हैं आप सबका बहुत धन्यवाद करता हूं. ब्रिक्स के मंच से पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने हमेशा ब्रिक्स के विस्तार का समर्थन किया है. भारत का मानना रहा है कि नए सदस्यों को जोड़ने से ब्रिक्स एक संगठन के रूप में मजबूत होगा.
ब्रिक्स की अहम घोषणाएं
इस मौके पर साउथ अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने कहा कि इस शिखर सम्मेलन ने ब्रिक्स देशों के बीच आदान-प्रदान, दोस्ती और सहयोग बढ़ाने के महत्व की पुष्टि की. हमने जोहान्सबर्ग की दो घोषणाओं को अपनाया है जो राजनीतिक, वैश्विक आर्थिक और वित्तीय महत्व के मामलों पर प्रमुख ब्रिक्स संदेशों को दिखाती हैं. यह उन साझा मूल्यों और सामान्य हितों को दिखाती है जो पांच ब्रिक्स देशों के तौर पर हमारे पारस्परिक रूप से लाभप्रद सहयोग का आधार हैं.
ये 6 देश ब्रिक्स में होंगे शामिल
साउथ अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने ये भी घोषणा की कि हम मिस्र, अर्जेंटीना, ईरान, इथियोपिया, संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब को ब्रिक्स का पूर्ण सदस्य बनने के लिए आमंत्रित करने के लिए एक समझौते पर पहुंचे हैं. उनकी सदस्यता जनवरी 2024 से लागू होगी.