एम के न्यूज / महेन्द्र शर्मा
चेन्नई,
तमिलनाडु में चार दिवसीय पोंगल उत्सव के समापन पर आज ‘कानुम पोंगल’ (दर्शनीय स्थल देखना) से पहले इस महानगर में सुरक्षा ड्यूटी पर 15,000 से अधिक पुलिस कर्मियों को तैनात किया जाएगा।चेन्नई शहर के पुलिस आयुक्त संदीप राय राठौड़ के निर्देशों के अनुसार, वर्दी और सादे कपड़ों में पुलिस कर्मियों की तैनाती के अलावा, कई अन्य उपाय भी किए गए हैं।
यह सुनिश्चित करने के लिए व्यवस्था की गई है कि प्रसिद्ध मरीना समुद्र तट सहित सभी स्थानों पर कड़ी निगरानी रखी जाए। इस अवसर पर यहां लोगों के बड़ी संख्या में एकत्र होने की उम्मीद है।
राज्य पुलिस, शहर पुलिस और होम गार्ड के 15,000 से अधिक पुलिसकर्मी मरीना समुद्र तट और शहर के अन्य हिस्सों में सुरक्षा ड्यूटी पर होंगे।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा ’17 जनवरी को कानुम पोंगल त्योहार के मद्देनजर, आम जनता अपने परिवारों के साथ मरीना तट और मनोरंजन के अन्य स्थानों पर जाएगी। इसलिए, यह सुनिश्चित करने के लिए कि कोई अप्रिय घटना न हो, संदीप राय राठौड़ के निर्देश पर व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की गई है।’
उन्होंने कहा कि कुल 15,500 पुलिस कर्मियों को पोंगल त्योहार के दौरान सुरक्षा के लिए तैनात किया गया है। इसके अतिरिक्त, 1,500 होम गार्ड जवान तैनात रहेंगे।
पुलिस कर्मी मरीना समुद्र तट पर कामराजार सलाई के पूरे हिस्से की निगरानी करेंगे, जहां बड़ी संख्या में लोगों के पूर्व मुख्यमंत्रियों एमजीआर, जे.जयललिता, एम.करुणानिधि और सी.एन. अन्नादुराई के स्मारक स्थल पर आने की उम्मीद है।
पुलिस सूत्रों ने कहा कि समुद्र तट के सामने गश्त के लिए सभी इलाके के वाहनों को मरीना और बेसेंट नगर इलियट बीच पर तैनात किया जाएगा।
पुलिस ने कहा कि मरीना तट पर लेबर स्टैच्यू से गांधी स्टैच्यू तक तीन अस्थायी मिनी कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं और सात सर्विस रोड के प्रवेश द्वारों पर पुलिस सहायता बूथ स्थापित किए गए हैं, इसके अलावा मेडिकल टीमों और दो अग्निशमन वाहनों के साथ आठ एम्बुलेंस तैनात किए गए हैं। किसी भी आकस्मिकता को पूरा करने के लिए
इसके अलावा, बचाव कार्यों के लिए तैराकी क्षमता वाले 200 स्वयंसेवकों के साथ मशीनीकृत नौकाओं को तैयार रखा जा रहा है।
उन्होंने बताया कि पोंगल त्योहार के दौरान स्नान के लिए जनता को समुद्र में प्रवेश करने से प्रतिबंधित किया गया है, इसलिए तट के किनारे अस्थायी बाड़ लगाई गई है और निगरानी रखी जाएगी।
पुलिस ने कहा, ‘लोगों को समुद्र में प्रवेश करने से रोकने के लिए समुद्र के सामने बैरिकेड लगाए गए है और घोड़े पर सवार पुलिसकर्मी समुद्र तट पर गश्त करेंगे।
समुद्र तट पर सावधानी बोर्ड भी लगाए जाएंगे जिसमें लोगों को समुद्र में नहाने से बचने की चेतावनी दी जाएगी।’
तमिलनाडु अग्निशमन और बचाव सेवा के अधिकारियों ने कहा कि दुर्घटना-रोकथाम उपायों के तहत शहर के समुद्र तटों पर लाइफ जैकेट से लैस विभिन्न अग्निशमन केंद्रों के 50 से अधिक अग्निशमन कर्मियों को तैनात किया जाएगा।