एम के न्यूज / महेन्द्र शर्मा
मैसूर
सोमवार (22 जनवरी) को अयोध्या में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हुई। इसी के साथ श्री राम की गर्भगृह में 51 इंच की मूर्ति स्थापित हो गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल रहे। भगवान राम की इस मूर्ति को बनाने वाले मूर्तिकार का नाम अरुण योगीराज। कर्नाटक के मैसूर के रहने वाले मूर्तिकार अरुण योगीराज ने कहा है कि वह पृथ्वी पर सबसे भाग्यशाली व्यक्ति हैं। वह मानते हैं कि भगवान राम ने उन्हें इस कार्य के लिए चुना है। इस बीच योगीराज की पत्नी का भी बयान सामने आया है।
कुछ दिनों के बाद आएंगे अयोध्या- विजेता
अरुण योगीराज की पत्नी विजेता ने कहा, “हम कुछ दिनों के बाद अयोध्या जाने की योजना बना रहे हैं। कल का कार्यक्रम बहुत अच्छा था। हम सभी ने घर पर ही रिश्तेदार, दोस्त और शुभचिंतकों के साथ जश्न मनाया।” “बहुत सारे लोग आए और कहा कि हमारा घर अब मंदिर है। सभी ने हमें आशीर्वाद और प्यार दिया। हमें जो प्रतिक्रिया मिल रही है उससे हम बहुत अभिभूत हैं।”
राम ने मुझे इस शुभ कार्य के लिए चुना- योगीराज
वहीं, प्राण प्रतिष्ठा के बाद योगीराज ने कहा था, “मैंने हमेशा महसूस किया है कि भगवान राम मुझे और मेरे परिवार को हर बुरे समय से बचा रहे हैं और मेरा दृढ़ विश्वास है कि यह वही हैं, जिन्होंने मुझे इस शुभ कार्य के लिए चुना है।”