एम के न्यूज / महेन्द्र शर्मा
नई दिल्ली
भारत में मौजूद अमेरिकी अधिकारियों की टीम ने साल 2023 में रिकॉर्ड 14 लाख अमेरिकी वीजा जारी किए हैं। यह संख्या पहले की तुलना में कहीं अधिक है। वहीं, विजिटर वीजा अपॉइंटमेंट प्रतीक्षा समय में 75 फीसदी की कमी आई है। भारत में अमेरिकी दूतावास और वाणिज्य दूतावास ने कहा कि अब दुनिया भर में हर 10 अमेरिकी वीजा आवेदकों में से एक भारतीय होते हैं।
आवेदनों में 60 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई
एक बयान में कहा गया, “2023 में भारत में अमेरिकी दूतावास और वाणिज्य दूतावासों ने रिकॉर्ड 14 लाख अमेरिकी वीजा जारी किए। सभी वीजा वर्गों में मांग अभूतपूर्व था और 2022 की तुलना में आवेदनों में 60 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। भारतीय अब दुनिया भर में हर दस अमेरिकी वीजा आवेदकों में से एक हैं।”
नियुक्ति प्रतीक्षा समय 1,000 दिनों से घटकर 250 दिन
विजिटर वीजा (बी1/बी2) अमेरिकी मिशन के इतिहास में सात लाख से भी ज्यादा आवेदनों के साथ में दूसरे नंबर पर पहुंच गया है। प्रक्रिया में सुधार और स्टाफिंग में निवेश की वजह से देशभर में विजिटर वीजा के लिए नियुक्ति प्रतीक्षा समय को औसतन 1,000 दिनों से घटाकर केवल 250 दिन कर दिया है।
एक लाख चालीस हजार से ज्याद छात्र वीजा जारी
बयान में कहा गया है कि भारत में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास टीम ने 2023 में एक लाख चालीस हजार से ज्याद छात्र वीजा जारी किए। यह लगातार तीसरे साल रिकॉर्ड बनाते हुए दुनिया के किसी भी अन्य देश की तुलना में सबसे अधिक है।
अमेरिका में ग्रेजुएट करने वाले सबसे ज्यादा भारतीय छात्र
इसके अलावा भारत में काउंसलर टीम ने मुंबई, दिल्ली, हैदराबाद और चेन्नई में वीजा प्रक्रिया को विशेष रूप से गति प्रदान की है। इसने भारतीय छात्रों को अमेरिका में अंतरराष्ट्रीय ग्रेजुएट छात्रों का सबसे बड़ा समूह बना दिया है। अमेरिका में पढ़ने वाले दस लाख से ज्यादा विदेशी छात्रों में से एक चौथाई से अधिक भारतीय हैं।
3.8 लाख से अधिक रोजगार वीजा जारी
अमेरिकी दूतावास और वाणिज्य दूतावास ने आगे कहा कि हमारे लिए ‘रोजगार वीजा’ सर्वोच्च प्राथमिकता बनी हुई है। कांसुलर टीम इंडिया ने कहा कि 2023 में भारतीयों और उनके परिवार के सदस्यों के लिए 3,80,000 से अधिक रोजगार वीजा जारी किया है। वहीं, मुंबई कांसुलेट जनरल ने महामारी के समय से लंबित 31 हजार आव्रजन वीजा के मामलों का भी निपटारा किया है। वीजा प्रक्रिया की रफ्तार को बढ़ाने के लिए हैदराबाद में 340 मिलियन डॉलर की लागत से एक नया केंद्र पिछले साल मार्च में खोला गया है।