एम के न्यूज / महेन्द्र शर्मा
Kisan Andolan: Haryana BJP के अध्यक्ष नयाब सिंह सैनी ने कहा है कि प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों को (किसान संगठन) अपने राज्य में केवल दो फसलों के लिए क्षेत्र समर्थन मूल्य (MSP) प्रदान करने के लिए Punjab सरकार से मांग करनी चाहिए। लेकिन यह क्यों खरीदा जाता है? इस संबंध में, जो किसान आंदोलन को उत्तेजना कर रहे हैं, उन्हें यह बताना भी Punjab सरकार (MSP पर पंजाब सरकार) की जिम्मेदारी है कि Punjab में केवल दो फसलों पर MSP मिलता है। बाकी क्यों नहीं? नाब सैनी ने कहा कि हरियाणा सरकार MSP पर 14 फसलें खरीदती है।
किसानों को सौजन्यमूल्य पर बिजली उपलब्ध
नाब सैनी ने चंडीगढ़ में विकसित इंडिया-विकसित Haryana बैठक के बाद मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि किसी भी सरकार ने किसानों के हित में जो काम किया है, वह केंद्र सरकार और Haryana सरकार ने किया है। Haryana सरकार ने केवल MSP पर 14 फसलें ही नहीं खरीदी है, बल्कि प्राकृतिक आपदा के मामले में प्रभावित किसानों को भी अच्छा मुआवजा प्रदान किया है। विभिन्न योजनाओं के तहत प्रभावित किसानों को अच्छी सुबिद्धि देने का प्रावधान है। किसानों को सोलर पावर पंप पर सब्सिडी दी जा रही है। कृषि उपकरण पर सब्सिडी देने का प्रावधान है। किसानों को बहुत ही सौजन्यमूल्य दरों पर बिजली उपलब्ध है।
प्रधानमंत्री Modi का Haryana के साथ अधिक संबंध
राज्य अध्यक्ष ने कहा कि राजनीतिक पार्टियां किसानों को अपने हितों की सेवा करने के लिए उत्तेजना करने के लिए किसान संगठनों को आगे बढ़ाती हैं। Congress को यह भी सफेद पेपर जारी करना चाहिए कि Congress ने किसानों के लिए क्या किया है। प्रधानमंत्री Narendra Modi के 16 फरवरी को Haryana (रेवाड़ी) के सौभाग्य से संबंधित होने पर सैनी ने कहा कि Modi का Haryana के साथ अधिक संबंध है। इसलिए उसे वहां जितने लोग संभव होंगे ले जाने का इनमें सहमति हो गई है, ताकि प्रधानमंत्री Haryana के अधिक से अधिक लोगों से संपर्क कर सकें। Modi ने Haryana BJP का भी इन-चार्ज किया है। इसलिए उनका राज्य के लोगों के साथ संबंध स्वाभाविक है।
संघर्ष पर यूनियन मंत्रियों ने चंडीगढ़ में किसानों से बातचीत की
नाब सैनी ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पहले कहते थे कि Haryana और Punjab के किसान परले जलाते हैं, जिससे दिल्ली में प्रदूषण होता है। Haryana ने किसानों को परले जलाने से रोकने के लिए अच्छा काम किया है, लेकिन Punjab ने कुछ नहीं किया है। अब केजरीवाल नहीं कहते हैं कि Punjab का परला दिल्ली में प्रदूषण बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि हमें यह सोचना चाहिए किस तरह से किसान को मजबूत करें। इस मामले में राजनीति नहीं होनी चाहिए। केंद्रीय मंत्रियां चंडीगढ़ आईं और किसानों से बातचीत की। किसान संगठनों की मांग जो कुछ भी है, वह केवल वार्ता के माध्यम से ही हल हो सकती है और प्रदर्शनों के माध्यम से नहीं।
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