एम के न्यूज / महेन्द्र शर्मा
Women’s Day Special 2024: Haryana में नारियों की सशक्तिकरण और उन्हें समान अवसर प्रदान करने के लिए सरकार द्वारा कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। आइए, हम जानते हैं वह कौन-कौन सी योजनाएं हैं जो Haryana की महिलाओं और बेटियों के लाभ के लिए कारगर साबित हो रही हैं।
1. लाड़ली सोशल सिक्योरिटी भत्ता
Haryana में लिंग अनुपात में असंतुलन को देखते हुए, 2006 में ‘लाड़ली सोशल सिक्योरिटी भत्ता योजना’ की शुरुआत की गई थी। इस योजना के तहत, प्रति परिवार हर महीने राज्य सरकार द्वारा उन परिवारों को ₹2750 का भत्ता प्रदान किया जाएगा जिनमें केवल लड़कियों और बच्चों की जमा हो।
2. मातृशक्ति उद्यमिता योजना
Haryana सरकार द्वारा शुरू की गई ‘मातृशक्ति उद्यमिता योजना’ के अंतर्गत गाँवी और शहरी क्षेत्रों की स्थायी निवासी महिलाओं/लड़कियों को बैंकों के माध्यम से ₹3 लाख तक का ऋण प्रदान किया जाता है। यह योजना का लाभ उठाने के लिए योग्य उम्मीदवार की वार्षिक आय ₹5 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए और उम्र 18 से 60 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
3. मुख्यमंत्री विवाह शागुन योजना
‘मुख्यमंत्री विवाह शागुन योजना’ के तहत, Covid के कारण अनाथ हो जाने वाली लड़कियों के खातों में उनके विवाह के लिए ₹51 हजार का राशि जमा की जाती है। विवाह के समय इस राशि के साथ ब्याज भी मिलता है।
4. Haryana महिला समृद्धि योजना
इस योजना के तहत, Manohar Lal सरकार ने उन महिलाओं को ₹60 हजार का ऋण प्रदान करने का वादा किया है जो अपना स्वरोजगार स्थापित करना चाहती हैं। यह योजना अनुसूचित वर्ग की महिलाओं के लिए है।
5. मुख्यमंत्री महिला श्रमिक सम्मान योजना
पंजीकृत महिला कार्यकर्ताओं के लिए शुरू की गई इस योजना के अंतर्गत, उन्हें हर वर्ष उनके सदस्यता की पुनर्नवीकरण के समय ₹51 हजार का राशि प्रदान की जाती है, जिसका उपयोग साड़ी, सूट, चप्पल, रेनकोट, छाता, रबर गद्दी, रसोई के बर्तन और स्वच्छता के नैप्किन आदि की खरीदी के लिए किया जा सकता है।
6. विधवा पेंशन योजना
इस योजना को 2014 में लागू किया गया था। इस योजना के नियमों में निर्धारित योग्यता मानदंडों के अनुसार, 18 वर्ष और इससे अधिक आयु की निराश्रित या विधवा महिलाओं को मासिक ₹1800 की पेंशन दी जाती है। इस योजना के लिए आवेदन को ई-दिशा या अटल सेवा केंद्र के माध्यम से किया जा सकता है।
7. प्रधानमंत्री मातृवंदना योजना
इस योजना के तहत, गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं को ₹5000 की तीन किस्तों में राशि प्रदान की जाती है।