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नई दिल्ली . दिल्ली में 23 साल बाद भाजपा को बहुमत हासिल किया है, बीते 8 फरवरी को चुनाव का नतीजा आए थे.
लंबे कयास के बाद बुधवार शाम भाजपा विधयक दल के बैठक में रेखा गुप्ता को नया मुख्यमंत्री चुना गया.
बता दे, विधायक दल की बैठक और मुख्यमंत्री चुनाव के लिए भाजपा द्वारा पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद और राष्ट्रीय मंत्री ओम प्रकाश धनखड़ को केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया था.
रेखा गुप्ता आज दोपहर 12:30 बजे रामलीला मैदान में भव्य समारोह में मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण करेंगी. उनके साथ मंत्रिमंडल के 6 सदस्य भी पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे.
भाजपा ने रेखा गुप्ता क्यों बनाया मुख्यमंत्री
भारतीय जनता पार्टी में कोई भी फैसला छोटी छोटी चीजों को देखते हुए करती और हमेशा अपने फैसले से हैरान कर देती है. ऐसा ही दिल्ली के नए मुख्यमंत्री के नाम को लेकर किया है. इन्हीं कुछ प्रमुख चीजों को लेकर रेखा गुप्ता को दिल्ली सरकार की कमान दी है .
कम उम्र
भाजपा नए चेहरों को मौका दे रही है. पार्टी के दिग्गजों को हटाकर कम उम्र के नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी जा रही है. नए नेताओं को मौका मिल रहा है. गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ समेत जहां भी चुनाव हुए हैं, वहां यह देखने को मिला है. यही दिल्ली में भी हुआ.
भ्रष्टाचार का दाग न हो
भाजपा किसी मुख्यमंत्रीयों पर भ्रष्टाचार का दाग नहीं, इस बार भी इसका खास ध्यान रखा गया. बीजेपी इस एनाउंसमेंट से पूरब से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण तक एक मैसेज देना चाहती है. विपक्ष को संदेश भी है. ऐसे नेता जिन्हें पद का लालच नहीं और जो जनता के सेवक की भावना की तरह काम करते हैं, उन्हें ढूंढकर बीजेपी सामने ला रही है. इससे नीचे के कार्यकर्ताओं में संदेश जाता है.
संगठन पर पकड़
जिन नेताओं की आरएसएस और संगठन में पकड़ है, उन्हें मौका मिलता रहा है. ईमानदार और कर्मठी नेताओं को बीजेपी आगे बढ़ाने की लगातार कोशिश कर रही है. इस बार भी वही हुआ.-इसके उदाहरण राजस्थान के सीएम भजन लाल शर्मा, एमपी के मोहन यादव, ओडिशा के मोहन चरण माझी और छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय हैं.
लोकप्रिय चेहरा
बीजेपी के सीएम चुनने का तीसरा मानक देखा गया है कि लोकप्रिय चेहरा होना चाहिए. योगी आदित्यनाथ, देवेंद्र फडणवीस जैसे कई उदाहरण सामने हैं. दिल्ली में कोई बड़ा चेहरा नहीं था, लेकिन साफ छवि और कार्यकर्ताओं के बीच पकड़ की वजह से इस बार नया सीएम चुनने में बीजेपी को आसानी हुई.