गाजीपुर।
भांवरकोल थाना क्षेत्र के जगदीशपुर निवासी महिला की संदिग्ध अवस्था में बीते दिनों मौत हो गई थी। ससुराल के लोगों ने आनन-फानन उसका गंगा में जल प्रवाह कर दिया। मृतका के पिता की सूचना पर पुलिस ने मंगलवार को गंगा में जाल डलवाकर शव को बरामद किया। पिता की तहरीर पर ससुराल के आठ लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर मामले की छानबीन में जुट गई।
बलिया जिले के मेड़ररा कला निवासी सुरेंद्र कुमार सिंह ने मंगलवार को भांवरकोल थाना में तहरीर दिया। इसमें उन्होंने आरोप लगाया कि बीते 20 दिसंबर की दोपहर भांवरकोल थाना क्षेत्र के जगदीशपुर निवासी मेरी लड़की के भसूर महिपाल सिंह ने फोन कर मुझे बताया कि आपकी लड़की गुड्डन (27) पत्नी स्व. नीरज सिंह ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया है। इस पर मैने कहा कि उसे यथा स्थिति में रहने दीजिए। मैं बेटी के ससुराल पहुंचा तो उसका शव नहीं था। मुझे बताया गया कि दवा कराने के लिए ले जाया गया है। इस पर मुझे आंशका हुई तो मैं घटना से पुलिस को अवगत करा हूं।
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए भांवरकोल थाना पुलिस ने वीरपुर गंगा किनारे जाल फेंकवाया। काफी मशक्कत के बाद महिला का शव बरामद हुआ। इस मामले में मृतका के पिता सुरेंद्र सिंह ने बेटी के भसूर महिपाल सिंह, उनकी पत्नी पूनम देवी, ससुर चतूरी सिंह, सास मीरा देवी, भसूर प्रेमशंकर सिंह, ससूर के भाई रामलाल सिंह, उनकी पत्नी जागरति देवी, कृष्णा लोहार के खिलाफ बेटी विधवा गुड्डन को यातन देकर मारने और गांव के ही जयप्रकाश पटेल, रोहित शर्मा, भरत शर्मा, शशिकांत ओझा, प्रेमशंकर ऊर्फ भोला के सहयोग से शव को गंगा नदी में फेंकवाने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी।
पिता ने बताया कि मेरी बेटी की शादी 2011 में जगदीशपुर निवासी नीरज सिंह से धूमधाम से हुई थी, लेकिन आज से करीब चार साल पहले नीरज सिंह की मृत्यु हो गयी थी। उनकी मृत्यु के बाद मेरी विधवा बेटी किसी तरह अपने तीन बच्चों अन्नया 8 साल, आदित्य 7 साल और अनुज 4 साल की किसी तरह से पालन-पोषण कर रही थी। इस संबंध में थाना प्रभारी बागीश सिंह ने बताया कि मृतका के शव को गंगा से बरामद कर लिया गया। मृतका के पिता द्वारा तहरीर मिली है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई प्रारंभ की जाएगी।