गाजीपुर।
विधान परिषद सदस्य के चुनाव में भाजपा एमएलसी विशाल सिंह चंचल के सामने समाजवादी पार्टी के धुरंधरों ने सरेंडर कर दिया है। इस बात की चर्चा जिले की सियासत में गरम है।
हर चट्टी-चौराहों पर यह चर्चा हो रही है कि विधानसभा सभा चुनाव में जहां सत्ताधारी पार्टी भाजपा को समाजवादी पार्टी सातों विधानसभाओं में जोरदार टक्कर दे रही है ।
वहीं एमएलसी के चुनाव में उनको एक अदद प्रत्याशी की जोर-शोर से तलाश है लेकिन सपा के धुरंधर नेताओं द्वारा एमएलसी का चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया गया जिससे पार्टी में हलचल मचा हुआ है।
जिला प्रशासन द्वारा एमएलसी चुनाव की समय सारणी की घोषणा करते ही भाजपा एमएलसी विशाल सिंह चंचल ने अपना प्रचार जोर-शोर से शुरु कर दिया। मनिहारी, जखनियां आदि क्षेत्रों में उन्होने जनसंपर्क भी कर दिया। इसी बीच सपा के जिलाध्यक्ष रामधारी यादव ने एमएलसी उम्मीदवार के लिए विज्ञप्ति जारी कर आवेदन मांगा। जिलाध्यक्ष रामधारी यादव ने बताया कि अभी तक किसी भी उम्मीदवार का नाम नही आया है।
सपा के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष के प्रतिनिधि विजय सिंह यादव ने बताया कि प्रमुखी चुनाव में अपने ही लोगों से धोखा पाने से वह काफी दुखी हैं। इसी के चलते वह एमएलसी चुनाव नही लड़ेंगे।
डा. सानंद सिंह ने बताया कि लगातार तीन वर्ष तक कोरोना काल के चलते वह आर्थिक परेशानियों में है जिसके चलते वह एमएलसी का चुनाव नही लड़ पायेंगे ।
पूर्व सांसद राधेमोहन सिंह ने बताया कि जिला पंचायत सदस्य के चुनाव में जब जिलाध्यक्ष ने हमारा टिकट काट दिया तो वह एमएलसी का टिकट कैसे देंगे। इस बात का जवाब पहले जिला कार्यकारिणी दे। सपा में मचे घमासान के बीच एमएलसी पद के लिए मतदान तीन मार्च को होना है और अभी तक सपा का प्रत्याशी का निर्णय ही नही हो पा रहा है तो इस चुनाव में पार्टी भाजपा को कैसे टक्कर देगी यह तो आने वाला समय ही बतायेगा।
फिलहाल अभी तक तो यह तय माना जा रहा है की एमएलसी चुनाव में कोई नहीं है विशाल सिंह चंचल के सामने एमएलसी चुनाव का प्रतिद्वंदी ।