बलिया ।
विधान सभा चुनाव में बैरिया की राजनीति में सीटिंग विधायक सुरेंद्र सिंह ने मंगलवार को अलग टीम खड़ी कर दी। सुरेंद्र सिंह ने भाजपा को खुले रुप से चुनौती देते हुए यह संदेश दिया की पार्टी जनता के फैसले के सामने कुछ भी नहीं है और नहीं जनता से बढ़कर है ।
भाजपा से टिकट नहीं मिलने के बाद मंगलवार को बड़े जनसैलाब के साथ देवराजब्रह्म मोड़ से बैरिया त्रिमुहानी तक जुलूस के शक्ल में जाकर पूर्व विधायक स्व. बाबू मैनेजर सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर जनसमर्थन का जलवा दिखाया। उनकी ओर से बैठक रामनारायण सिंह सरस्वती विद्या मंदिर में बुलाई थी, लेकिन लोगों की भीड़ बढ़ने पर बैरिया-लालगंज मार्ग पर मीटिंग करनी पड़ी।
हजारों लोगों के बीच विधायक खड़े हुए और भाजपा के शीर्ष नेताओं को चुनौती देते हुए कहा कि आप लोगों ने मेरा टिकट काट दिया लेकिन सभी को यह समझना होगा कि टिकट भले ही पार्टियां देतीं हैं, लेकिन विधायक जनता बनाती है। टिकट के दम पर जनता के मन को नहीं बदला जा सकता। टिकट तय करने वाले आकर देख ले बैरिया की जनता किसके साथ है।
दरअसल बैरिया से टिकट कटने के बाद दूसरे नेता को भाजपा की ओर से टिकट जारी करने के बाद से ही भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह बागी तेवर में हैं। पूर्व में भी उन्होंने निर्दल ही नामांकन दाखिल करने की बात कहकर पार्टी को सकते में डाल दिया था।
अब मंगलवार को सुरेंद्र सिंह के समर्थन में उमड़े हुजूम को देखने के बाद भाजपा के लिए बैरिया से काफी असहज स्थिति हो गई है। वहीं उनके करीबी सुरेंद्र सिंह के दूसरे पार्टी में जाने को लेकर भी विगत दो दिनों से खूब अटकले लगा रहे हैं। सुरेंद्र सिंह भी टिकट कटने के बाद आक्रामक तेवर में हैं और पार्टी के ही नेताओं के खिलाफ साजिश का आरोप लगा रहे हैं।
विधायक ने सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त पर कई आरोप लगाए। कहा कि सांसद की सपा से मिली भगत है। वह भाजपा को हराने के लिए इस तरह का कृत्य किए हैं। 10 मार्च के बाद ऐसे लोगों को मैं माकूल जवाब दूंगा। मैं द्वाबा का माली हूं। अपने बगीचे से एक भी फल तोड़ने नहीं दूंगा। मैंने किसी का स्कूल, कालेज भूमि नहीं लूटा है। यहां की जनता प्रबुद्ध है, सही समय पर सही निर्णय लेगी। भाजपा प्रत्याशी मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल के प्रति असंसदीय भाषा का उपयोग करते हुए उनपर भी गंभीर आरोप लगाए।
कार्यक्रम को भाजपा के गुप्तेश्वर पाठक, मनोज कुशवाहा, अयोध्या प्रसाद हिन्द, धनन्जय सिंह सहित दर्जन भर से अधिक लोगों ने संबोधित किया। वक्ताओं ने कहा कि सुरेन्द्र सिंह के साथ यहां के 90 प्रतिशत भाजपाई हैं। यहां से सुरेन्द्र सिंह को ही विधानसभा में जाना है।